डोनाल्ड ट्रंप ने `ताइवान ट्रैवल एक्ट` पर किया साइन; तो चीन ने अमेरिका से कहा- अपनी गलती सुधारो
वॉशिंगटन ने ‘वन चाइना’ नीति के समर्थन में बीजिंग के पक्ष में वर्ष 1979 में ताइवान के साथ अपने औपचारिक राजनयिक रिश्ते खत्म कर लिए थे.
बीजिंग: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों को ताइवान में अपने समकक्षों से मिलने जाने संबंधी नए नियमों को मंजूरी दी जिसके बाद चीन ने अमेरिका से कहा कि वह ‘अपनी गलती को सुधारे’. अमेरिकी प्रतिनिधि लोकतांत्रिक ताइवान की यात्रा करते रहे हैं और ताइवान के अधिकारी कभी-कभार व्हाइट हाउस आते रहे हैं, लेकिन चीन की आपत्ति से बचने के लिए आमतौर पर इन मुलाकातों का ज्यादा प्रचार नहीं होता. शुक्रवार (16 मार्च) को ट्रंप ने ‘ताइवान ट्रैवल एक्ट’ पर हस्ताक्षर किए. इससे पहले यह अमेरिकी कांग्रेस में पारित हुआ था.
यह अधिनियम अमेरिका और ताइवान के ‘सभी स्तरों’ के अधिकारियों की यात्रा को बढ़ावा देने से जुड़ा है. वॉशिंगटन ने ‘वन चाइना’ नीति के समर्थन में बीजिंग के पक्ष में वर्ष 1979 में ताइवान के साथ अपने औपचारिक राजनयिक रिश्ते खत्म कर लिए थे. हालांकि ताइवान के साथ उसके व्यापारिक संबंध बने रहे, उसे अमेरिका हथियार बेचता रहा. इस पर चीन को आपत्ति रही. चीन ताइवान से एकीकरण चाहता है.
एशिया में ‘लोकतंत्र का प्रकाश स्तंभ’ है ताइवान
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने शनिवार (17 मार्च) को जारी एक बयान में कहा कि हालांकि विधेयक के प्रावधान कानूनी तौर पर बाध्यकारी नहीं हैं, लेकिन यह ‘एक चीन’ के सिद्धांत का ‘गंभीर उल्लंघन’ करते हैं और इससे ‘ताइवान में आजादी की समर्थक अलगाववादी ताकतों’ को बहुत गलत संदेश जाएगा. अमेरिका के नए कानून में ताइवान को एशिया में ‘लोकतंत्र का प्रकाश स्तंभ’ बताया गया है. इसमें कहा गया है कि ताइवान की लोकतांत्रिक उपलब्धियों ने कई क्षेत्र के देशों और लोगों को प्रेरित किया है.
ताइवान से रिश्तों को बढ़ावा देने वाले अमेरिकी विधेयक पारित
इससे पहले भी अमेरिकी सीनेट में ताइवान के साथ संबंधों को बढ़ावा देने वाले एक विधेयक के पारित होने के बाद चीन ने अमेरिका के समक्ष आधिकारिक रूप से अपना विरोध दर्ज कराते हुए नाराजगी प्रकट की थी. अमेरिका और ताइवान के बीच सभी स्तरों पर यात्रा को बढ़ावा देने के लिए अमेरिकी सीनेट ने ताइवान यात्रा कानून पारित किया था. विधेयक में कहा गया है कि अमेरिका की यह नीति होनी चाहिए कि ताइवान के उच्च स्तर के अधिकारी अमेरिका आएं, अमेरिकी अधिकारियों से मिलें और देश में कारोबार करें.
अमेरिकी सीनेट ने अमेरिका-ताइवान के रिश्तों को बढ़ावा देने वाले एक विधेयक को गुरुवार (1 मार्च) को पारित कर दिया. ‘द ताइवान ट्रैवल एक्ट’ का उद्देश्य अमेरिका एवं ताइवान के बीच यात्राओं को ‘‘हर स्तर पर’’ प्रोत्साहित करना है. विधेयक को जनवरी में प्रतिनिधि सभा ने सर्वसम्मति से पारित किया था.
विधेयक में यह कहा गया कि अमेरिका आने वाले, अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात करने वाले और देश में कारोबार के सिलसिले में आने वाले उच्च स्तरीय ताइवानी अधिकारियों के लिए अमेरिकी नीति होनी चाहिए. इस विधेयक को कानून बनने के लिये अब सिर्फ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हस्ताक्षर का इंतजार है और इसके रास्ते में अब कोई व्यवधान भी दिखता प्रतीत नहीं हो रहा क्योंकि इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया है.