Corona में खूब सुर्खियों में रहा था ये दिग्गज, अब 50 साल बाद लिया ये बड़ा फैसला
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Corona में खूब सुर्खियों में रहा था ये दिग्गज, अब 50 साल बाद लिया ये बड़ा फैसला

Covid-19: अमेरिका का ये दिग्गज कोविड-19 पर सरकार के कदमों का प्रमुख चेहरा रहा. वह उस दौरान तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और व्हाइट हाउस के अधिकारियों के साथ दैनिक संवाददाता सम्मेलनों में रहते थे और टेलीविजन समाचारों में अक्सर नजर आते थे.

 

Corona में खूब सुर्खियों में रहा था ये दिग्गज, अब 50 साल बाद लिया ये बड़ा फैसला

Dr Fauci Steps Down: अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ एंथनी फाउची ने सोमवार को घोषणा की कि वह पांच दशक से अधिक समय की अपनी सेवाओं के बाद दिसंबर में संघीय सरकार से विदा ले लेंगे. कोविड-19 महामारी के दौरान खबरों में रहे फाउची राष्ट्रपति जो बाइडेन के मुख्य चिकित्सा सलाहकार हैं. वह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शस डिसीसेज के निदेशक तथा एनआईएआईडी लैबोरेटरी ऑफ इम्युनोरेगुलेशन के प्रमुख भी रहे हैं.

फाउची ने अपने बयान में क्या कहा

फाउची कोरोना वायरस महामारी के आने से पहले ही एचआईवी/एड्स और अन्य संक्रामक रोगों के मामले में कार्रवाई के लिए संघीय सरकार के प्रमुख अधिकारी रहे. उन्होंने एक बयान में कहा, मैं अपने करियर के अगले अध्याय को शुरू करने के लिए इस साल दिसंबर में इन पदों को छोड़ दूंगा. फाउची ने अपनी इन भूमिकाओं को ‘जीवनभर के लिए सम्मान’ करार दिया.

फाउची 2020 की शुरुआत में कोविड-19 पर सरकार के कदमों का प्रमुख चेहरा रहे. वह उस दौरान तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और व्हाइट हाउस के अधिकारियों के साथ दैनिक संवाददाता सम्मेलनों में रहते थे और टेलीविजन समाचारों में अक्सर नजर आते थे. हालांकि महामारी का दौर बढ़ने के साथ ही फाउची तथा ट्रंप और उनके अधिकारियों के बीच पहले जैसे सुगम समीकरण नहीं रहे. वह लगातार जनता के बीच सतर्कता के पक्षधर थे तो पूर्व राष्ट्रपति सामान्य स्थिति बहाल करना तथा कोरोना वायरस के उपचार की अप्रमाणित पद्धतियों को प्रोत्साहित करना चाहते थे.

फाउची महसूस करने लगे थे कि ट्रंप प्रशासन उन्हें हाशिये पर डाल रहा है और बड़े फैसलों से उन्हें दूर रखा जा रहा है, लेकिन वह मीडिया में दिये गये साक्षात्कारों में सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखते रहे, कोविड रोधी टीके आने से पहले तक सार्वजनिक स्थानों पर आपसी दूरी बनाकर रखने एवं चेहरा ढककर रखने की वकालत सोशल मीडिया पर करते रहे.

उनकी राजनीतिक आलोचना हुई और जान से मारने की धमकियां तक मिलीं और उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की गयी. जय बाइडन राष्ट्रपति बने तो उन्होंने फाउची से उनके प्रशासन में बने रहने को कहा. बाइडन ने एक बयान में फाउची की प्रशंसा करते हुए कहा है, आप उनसे व्यक्तिगत रूप से मिले हैं या नहीं, लेकिन उन्होंने अपने काम से सभी अमेरिकियों के जीवन को स्पर्श किया है. मैं उनकी जन सेवाओं के लिए तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं. अमेरिका उनकी वजह से मजबूत, अधिक जुझारू और स्वस्थ है. फाउची ने कहा कि संघीय सेवा से अवकाश प्राप्ति के बावजूद उनकी लगातार काम करते रहने की योजना है.

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