नई दिल्ली : इंडोनेशिया में सोमवार सुबह विमान हादसे के बाद हुई 188 मौत के बाद जांच अधिकारी ब्लैक बॉक्स की खोज में जोर-शोर से लगे हुए हैं. ब्लैक बॉक्स को बरामद करने के बाद ही घटना के सही कारणों का पता चल पाएगा. आपको बता दें कि, ब्लैक बॉक्स के अंदर मौजूद कॉकपिट वॉयस और डाटा रिकॉर्डर की जांच के बाद जांच अधिकारी कुछ भी कहने की स्थिति में रहेंगे.


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अंतराष्ट्रीय नियमों के अनुसार सोमवार को हुए इस प्लेन क्रैश की जांच के दौरान इंडोनेशिया के जांच अधिकारी के साथ अमेरिका के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड के अधिकारी भी साथ में रहेंगे. इसके अलावा विमान कंपनी बोइंग और सीएफएम इंटरनेशनल के तकनीकी अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. 


विमान के अवशेष के साथ जांच अधिकारी 

ब्लैक बॉक्स टाइटेनियम नामक घातु का बना होता है और इसकी सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि किसी भी परिस्थिति में यह सुरक्षित रहता है. काले रंग के इस Black Box में विमान की उड़ान के दौरान हुई सारी गतिविधियां सुरक्षित रहती है. इसकी बरामदगी से विमान दुर्घटना से पहले पायलट की आखिरी बातचीत के रिकार्ड सुरक्षित रहते हैं. इसी Black Box के अंदर के दो हिस्सें फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (सीवीआर) होते हैं. जिससे विमान की सारी गतिविधियां दर्ज रहती है.


(फोटो - Reuters)

आपको बता दें कि, विमान में 189 यात्री सवार थें. हादसे के बाद इंडोनेशियाई एनर्जी फर्म पर्टेमिना ने आधिकारिक बयान जारी करके घटना की पुष्टि कर चुका है. जावा के समुद्री तट पर दुर्घटनाग्रस्‍त विमान का मलबा मिला है. इसमें विमान की सीटें भी शामिल हैं.


वैसे सरकारी एजेंसी के प्रवक्ता मोहम्मद सयायुगी ने एक प्रेस-कांफ्रेस में किसी भी विमान यात्री के बचने की संभावना से इंकार कर दिया था. न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार जर्काता से पंगकल पिनांग जा रहे इस विमान का संपर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से टूट गया था. सूत्रों का कहना है कि इंडोनेशियाई समय के अनुसार सोमवार सुबह के 6.33 में यह दुर्घटना हुई थी.