S Jaishankar Maldives Visit: क्या मालदीव के चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू को अपनी गलती का अहसास हो गया है. यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि आज जब जयशंकर मालदीव पहुंचे तो उन्हें वहां के विदेश मंत्री खुद रिसीव करने के लिए एयरपोर्ट पर पहुंचे.
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India Maldives News in Hindi: पिछले साल इंडिया आउट अभियान चलाकर सत्ता संभालने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू के सुर अब डाउन हैं. भारत से बिना वजह बैर मोल लेकर अपनी अर्थव्यवस्था को गर्त में पहुंचा चुके मोइज्जू को अब जमीनी हकीकत का अहसास हो चुका है. वे अब विभिन्न कदमों के जरिए भारत से संबंध सुधारने के संकेत दे रहे हैं. इसे देखते हुए भारत ने फिर एक बार मालदीव के साथ दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाया है. भारत के विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर मालदीव पहुंचे हैं.
'पड़ोस प्रथम नीति में अहम है मालदीव'
उन्होंने शुक्रवार को कहा कि भारत की ‘पड़ोस प्रथम’ नीति में मालदीव एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. जयशंकर ने कहा कि वह द्वीपसमूह राष्ट्र के नेतृत्व के साथ सार्थक वार्ता को लेकर आशान्वित हैं. पिछले साल चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद भारत की ओर से यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा है.
Held productive discussions today with Foreign Minister @MoosaZameer in Malé.
Agenda covered our engagement in development partnership, capacity building, bilateral and regional security, trade and digital cooperation.
Jointly inaugurated 6 High Impact Projects in areas… pic.twitter.com/lTA9KK3q3Y
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 9, 2024
पीएम मोदी ने मोहम्मद मोइज्जू समेत दक्षिण एशिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया था. जिसके बाद झिझक के बावजूद मोइज्जू भारत पहुंचे, जहां राष्ट्रपति भवन में उन्हें पीएम मोदी के बगल वाली कुर्सी पर बिठाया गया. इससे दोनों देशों के रिश्तों में जमी बर्फ पिघलनी शुरू हुई. जिसके बाद अब जयशंकर मालदीव की यात्रा पर पहुंचें है.
हवाई अड्डे पर विदेश मंत्री ने किया स्वागत
जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘मालदीव पहुंचकर खुशी हुई. हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के लिए विदेश मंत्री मूसा जमीर को धन्यवाद. हमारी ‘पड़ोस प्रथम’ नीति और ‘सागर’ दृष्टिकोण में मालदीव एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है.’
उन्होंने कहा, ‘नेतृत्व के साथ सार्थक वार्ता को लेकर आशान्वित हूं.’ जमीर ने कहा कि उन्हें मालदीव की आधिकारिक यात्रा पर जयशंकर का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है. उन्होंने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘मालदीव और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए सार्थक चर्चा की उम्मीद है.’
राष्ट्रपति मोइज्जू से हो सकती है मुलाकात
जून 2024 में दूसरे कार्यकाल के लिए पदभार संभालने के बाद से जयशंकर की मालदीव की यह पहली आधिकारिक यात्रा है. उनकी पिछली यात्रा जनवरी 2023 में हुई थी. जयशंकर की 11 अगस्त तक की तीन दिवसीय यात्रा मालदीव के उनके समकक्ष मूसा जमीर के निमंत्रण पर हो रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि जयशंकर राष्ट्रपति मुइज्जू से शिष्टाचार मुलाकात करेंगे और मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा के लिए जमीर के साथ आधिकारिक बातचीत भी करेंगे.
विदेश मंत्रालय ने जयशंकर की यात्रा से पहले एक बयान में कहा, ‘मालदीव भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और भारत की ‘पड़ोस प्रथम’ नीति तथा हमारे ‘सागर’ दृष्टिकोण यानी पूरे क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास में एक महत्वपूर्ण भागीदार है.’
इन परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन
मंत्रालय ने कहा, ‘इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच घनिष्ठ साझेदारी को मजबूत करना तथा द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने के तरीके तलाशना है.’ मालदीव के विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों मंत्री उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं और भारतीय एक्जिम बैंक की क्रेडिट सुविधा के तहत पूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे तथा क्षमता निर्माण, वाणिज्य और व्यापार क्षेत्रों पर समझौता ज्ञापन के आदान-प्रदान करेंगे.