Iran supreme leader Ayatollah Ali Khamenei: 1 अक्टूबर को ईरान ने 200 से अधिक मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया था, 25 दिन के इंतजार के बाद इजरायल ने जवाब देते हुए ईरान के कई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमला किया. उसके बाद से ही ईरान दोबारा जवाब देने की धमकी लगातार दे रहा है. अब ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने इजरायल और अमेरिका को सजा भुगतने की खुलेआम धमकी दी है.
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Ayatollah Ali Khamenei: इजरायल ने पहले हमास को मारा, फिर हिजबुल्ला को मार रहा, दोनों को समर्थन देने वाले ईरान से भी इजरायल की तनातनी चरम पर है. इजरायल और ईरान जिस तरह से एक दूसरे को देख लेने की धमकी दे रहे हैं उससे इस बात की आशंका और तेज हो जाती है कि अब दोनों ओर से कोई भी और हमला पश्चिम एशिया को एक बड़े जंग की तरफ ले जा सकता है. गाजा पट्टी और लेबनान में पहले से युद्ध चल रहा है. दोनों जगह इजरायल ने भारी तबाही मचाई है यह जानते हुए भी ईरान अमेरिका की धमकी के बाद भी लगातार धमकी दे रहा है.
इजरायल और अमेरिका को "कड़ा जवाब" मिलेगा
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा है कि ईरान और "द रेजिस्टेंस फ्रंट" के खिलाफ कार्रवाई के लिए इजरायल और अमेरिका को "कड़ा जवाब" मिलेगा. खामेनेई ने शनिवार को तेहरान में छात्रों को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि ईरान और पश्चिम एशिया के रेजिस्टेंस फ्रंट पर हुए हमलों के लिए इजराइल और उसका प्रमुख समर्थक अमेरिका सजा भुगतेंगे. उन्होंने कहा, "दुश्मनों को जरूर एक ऐसा जवाब मिलेगा जो उन्हें याद रहेगा."
ईरान "वैश्विक अहंकार" का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह
खामेनेई ने अमेरिका और उसके सहयोगियों की ओर इशारा करते हुए यह भी बताया कि ईरान सैन्य, राजनीतिक और अन्य साधनों से "वैश्विक अहंकार" का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने ईरानी जनता से भी आह्वान किया कि वे "वैश्विक अहंकार" के खिलाफ बिना झिझक संघर्ष करें. हाल के गाजा और लेबनान पर हुए इजरायली हमलों का जिक्र करते हुए खामेनेई ने कहा कि इन हमलों के लिए अमेरिकी समर्थन अमेरिकी मानवाधिकारों के दावों की "दोहरी नीति" को उजागर करता है.
इजरायल हमले के बाद भड़का है ईरान
पिछले हफ्ते, इजरायल की रक्षा सेना ने घोषणा की थी कि उन्होंने ईरान में "सटीक और लक्षित" हवाई हमले किए थे, जो ईरान की ओर से हुए हालिया हमलों का जवाब था. ईरान के हवाई रक्षा मुख्यालय ने कहा कि उन्होंने इन इजरायली हमलों का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया और केवल "सीमित नुकसान" हुआ.
इजरायल की उत्तरी सीमा पर बी-52 बॉम्बर तैनात
इजरायल कई तरफ से जंग लड़ रहा है. अमेररिका ने जंग में इजरायल का समर्थन करने और मदद करने के लिए दुश्मन को तबाह करने वाले बी-52 बॉम्बर को तैनात कर दिया है.
पेंटागन ने ईरान और उसके सहयोगियों को चेताया
वहीं पेंटागन के प्रवक्ता मेजर जनरल पैट राइडर ने एक बयान में कहा, अगर ईरान, उसके साझेदार या उसके प्रतिनिधि इस मौके का इस्तेमाल क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों या हितों को निशाना बनाने के लिए करते हैं, तो संयुक्त राज्य अमेरिका अपने लोगों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
पिछले महीने अमेरिका ने की थी थाड की तैनाती
अतिरिक्त संसाधन इजरायल के समर्थन में पश्चिमी एशिया में पिछले अमेरिकी रक्षा तैनाती पर आधारित हैं, जिसमें पिछले महीने के अंत में देश में तैनात एक 'थाड' मिसाइल रक्षा प्रणाली भी शामिल है, जिसे जमीन पर अमेरिकी सैनिकों की तरफ से संचालित किया जाता है. मेजर जनरल पैट राइडर ने कहा कि नई सेना आने वाले महीनों में आनी शुरू हो जाएगी.
पिछले साल से ईरान से चल रही इजरायल की दुश्मनी
ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से दुश्मनी है, जो पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के हमलों और गाजा पर इजराइल के हमले के बाद और बढ़ गई. इजरायल ने दक्षिण लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ संघर्ष किया है, और हाल ही में इजरायल के केंद्रीय शहर तिरा में सीमा पार से हमले में 19 लोग घायल हुए. खामेनेई के ये बयान इजरायल के हालिया हमलों के एक हफ्ते बाद आए हैं, जो ईरान के 1 अक्टूबर को हुए मिसाइल हमले के जवाब में थे. इनपुट आईएएनएस से भी