160 दिन, 3840 घंटे; बदले की आग में मौत का तांडव कर रहा इजरायल; एक ही जिद- हमास को खत्म करके ही दम लेंगे
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160 दिन, 3840 घंटे; बदले की आग में मौत का तांडव कर रहा इजरायल; एक ही जिद- हमास को खत्म करके ही दम लेंगे

Israel-Hamas War:  इजरायल और गाजा के बीच जारी जंग को 160 दिन हो चुके हैं, पर इजरायल अभी तक लड़ाई रोकने को तैयार नहीं है. 3840 घंटे में दुनिया की बहुत सारी ताकतों ने इजरायल को समझाया कि मान जाओ लेकिन इजरायल की एक ही सनक है. 7 अक्बटूबर का बदला.

160 दिन, 3840 घंटे; बदले की आग में मौत का तांडव कर रहा इजरायल; एक ही जिद- हमास को खत्म करके ही दम लेंगे

हमास को पूरी तरह से खत्म करने की जिद पर अड़े इजरायल के तांडव से अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के तरफ से जारी किए गए आंकड़ों की मानें तो अब तक मरने वालों की संख्या 29,092 से अधिक हो गई है, जिनमें से लगभग दो-तिहाई महिलाएं और बच्चे हैं. 69,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी घायल हुए हैं, गाजा के हालात इतने बदतर है कि हर अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं.

इजरायल की रक्षामंत्री का बड़ा बयान
 इसी बीच इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट का बड़ा बयान भी सामने आ गया है. उन्होंने कहा है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास की तरफ से इजरायल में किए गए नरसंहार में शामिल सभी को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा. उन्होंने कहा, "उनके लिए कोई भी सुरक्षित जगह नहीं होगी, न गाज़ा में, न उसके बाहर या किसी मध्य पूर्वी देश में. हम उनको ढूंढ निकाल कर न्याय करेंगे." 

हमास के सीनियर लीडर की तलाश तेज 

इस बयान के बाद से लोग अंदाजा लगा रहे हैं कि इजराइल की सेना ने हमास के सीनियर लीडर की तलाश तेज कर दी है. इनमें मोहम्मद डेफ़ और याह्या सिनवार शामिल हैं. इन दोनों को 7 अक्टूबर को हुए नरसंहार का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. इजराइल के रक्षा मंत्री का बयान इसलिए भी बहुत मायने रखता है जब पूरी दुनिया की बड़ी ताकतें इस जंग को रोकने के लिए पहल कर चुकी हैं. खासकर अमेरिका ने तो इजरायल को बुरा-भला भी कहा. लेकिन इजरायल किसी की नहीं सुन रहा  है. 

गाजा में जल्द युद्धविराम नहीं होगाः नेतन्याहू

इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहले ही बयान देकर साफ कर दिया था कि गाजा में लंबे समय के लिए युद्धविराम भी नहीं होगा. यह बात हमारे दुश्मन भी सुन लें और हमारे मित्र भी. ब्लिंकन की इजरायल यात्रा से पहले नेतन्याहू के इस बयान को महत्वपूर्ण माना गया था.

जानें क्या हुआ था सात अक्टूबर को
सात अक्टूबर को इजरायली शहरों पर हमास के हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और हजारों घायल हुए थे. इस हमले में हमास और इस्लामिक जिहाद ग्रुप के लड़ाकों ने 240 लोगों को अगवा कर बंधक बना लिया था. नवंबर में सात दिनों के युद्धविराम के दौरान इनमें से 105 लोगों को हमास ने रिहा किया था. बाकी लोगों की रिहाई के लिए इस समय वार्ता चल रही है. 

इजरायली हमले में 70 पत्रकारों की मौत
रविवार को इजरायल के हवाई हमले में गाजा के दो फलस्तीनी पत्रकारों की मौत हो गई. मारे गए पत्रकारों में अल जजीरा चैनल के वरिष्ठ पत्रकार वाएल दाहदोऊ का बेटा भी शामिल है. वाएल की पत्नी, दो बेटों और पोते की इजरायली हमले में पूर्व में मौत हो चुकी है. इसके बावजूद वाएल ने अपना काम जारी रखा था. सात अक्टूबर से अभी तक गाजा में 70 से ज्यादा पत्रकारों की मौत हो चुकी है.

इजरायल खुद हो रहा बर्बाद लेकिन नहीं मान रहा!
वित्तीय परामर्श फर्म लीडर कैपिटल मार्केट्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि कि गाजा पट्टी में इजरायल को अपने सैन्य अभियान के चलते साल 2023-2024 में अपनी इकॉनमी में करीब 48 अरब अमेरिकी डॉलर (इजरायली केंसी शेकेल में करीब 180 अरब शेकेल) का नुकसान होने का अनुमान है. फर्म ने कहा कि इस युद्ध में खर्च हो रही राशि का दो-तिहाई हिस्सा इजरायल वहन करेगा. जबकि बाकी की खर्च अमेरिका सैन्य सहायता के रूप में वहन करेगा.

रमजान के दिनों में भी नहीं हुआ समझौता 
11 मार्च से कई देशों में रमजान का आगाज हो चुका है. हालांकि, उम्मीद थी कि रमजान से पहले इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम पर बात बन जाए, लेकिन कई दौर की वार्ता के बाद भी इस समझौते पर बात नहीं बन सकी. हमास की जिद है कि इजरायल कैदियों को बिना शर्त रिहा करे. इजरायल के सैनिक गाजा की धरती छोड़ दें, वहीं इजरायल की जिद है कि हमास को जब तक पूरी तरह सफाया नहीं कर दूंगा मानेंगे नहीं. 

 

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