Israel-Hamas: पूरी दुनिया ने समझाया लेकिन हमास अपनी जिद पर अड़ा है, अब अमेरिका ने फिर अपने 'अंगद' को भेजा है. अगर इस बार बात बन गई तो ठीक, वरना पूरी दुनिया जंग का वह रूप देखेगी जो कभी किसी ने नहीं देखा. ये बात हम नहीं कह रहे, लाइन है इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के. आइए जानते हैं कौन हैं ये अमेरिकी अंगद.
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इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने ऐलान कर दिया है कि हम राफा में प्रवेश कर हमास की बटालियनों को खत्म करेंगे. उन्होंने कहा कि चाहे कोई समझौता हो या न हो, हम हर हाल में जीत हासिल करेंगे. नेतन्याहू का बयान उस समय आया है जब कुछ देशों ने पीएम नेतन्याहू और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तजाची हानेग्बी से जंग खत्म करने की अपील की है.
नेतन्याहू की कसम
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को बंधकों के परिवारों के साथ एक बैठक में कहा कि इजरायल ने राफा से फिलिस्तीनी नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा, "हम राफा में प्रवेश करेंगे और पूरी जीत हासिल करने के लिए समझौते के साथ या उसके बिना, वहां हमास की बटालियनों को खत्म कर देंगे." इज़रायल राफा को फिलिस्तीनी क्षेत्र में हमास का आखिरी प्रमुख गढ़ मानता है. राफा गाजा का सबसे दक्षिणी शहर है, जहां करीब 12 लाख फिलिस्तीनी शरण मांग रहे हैं.
अमेरिका ने शांति दूत भेजा
एक तरफ इजरायल के पीएम ने हमास को खत्म करने की कसम खा ली है, दूसरी तरफ अमेरिका ने जंग रोकने के लिए अपने 'अंगद' (अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन) को इजरायल भेज दिया है. यहां पर वह गाजा युद्धविराम समझौते को आगे बढ़ाने के लिए बुधवार को देश के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे.
एंटनी ब्लिंकन को क्यों कहा अंगद?
7 अक्टूबर 2023 को हमास और इजरायल के बीच युद्ध छिड़ने के बाद से एंटनी ब्लिंकन की यह सातवीं यात्रा है. यानी अमेरिका को ब्लिंकन पर खूब भरोसा है, वह चाहता तो किसी और की भेज सकता था. लेकिन हर बार एंटनी ब्लिंकन को ही भेजा है, वह भी हर बार. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा शुरू कर दी है. करीब छह महीने पहले इजराइल-हमास युद्ध के शुरू होने के बाद से इस क्षेत्र का यह उनका सातवां राजनयिक मिशन है जिसमें वह इजराइल की यात्रा भी करेंगे.
ब्लिकंन का काम
इजरायल के प्रधानमंत्री के कार्यालय ने मंगलवार रात एक बयान में कहा कि इसहाक हर्जोग के साथ बैठक तेल अवीव में होगी, जबकि ब्लिंकन नेतन्याहू के साथ यरूशलम में उनके कार्यालय में बातचीत करेंगे. इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तजाची हानेग्बी से भी मुलाकात करेंगे. ब्लिंकन बंधकों के परिवारों से भी मुलाकात करेंगे.
ब्लिकंन की एक जिद, जंग पर लगे रोक
शीर्ष अमेरिकी राजनयिक सोमवार को मध्य पूर्व पहुंचे थे और क्षेत्र में शांति के संबंध में जॉर्डन और सऊदी अधिकारियों के साथ बातचीत की थी. इजरायल ने इजरायली जेलों में बंद लगभग 600 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में हमास की हिरासत में अपने 33 बंधकों (महिलाओं, बुजुर्गों और बीमारियों से पीड़ित) को रिहा करने के मध्यस्थों के सुझाव पर सहमति व्यक्त की है. जेलों में बंद इन फिलिस्तीनियों में से कई हत्या के मामलों में आरोपी हैं.
ब्लिंकन ने पहले घोषणा की थी कि वह मध्य पूर्व की अपनी वर्तमान यात्रा के दौरान इजरायल नहीं पहुंचेंगे, लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि हमास और इजरायल के बीच काहिरा में होने वाली अप्रत्यक्ष मध्यस्थता वार्ता में कुछ अड़चनें थीं. जिसको दूर करने के लिए ब्लिंकन इजरायल आ गए.
काहिरा में समझौते के लिए मीटिंग
इजरायल के साथ युद्धविराम और कैदी रिहाई समझाैते के लिए नए सिरे से बातचीत को लेकर हमास का एक प्रतिनिधिमंडल काहिरा पहुंच गया है. सूत्रों ने कहा कि तीन सदस्यीय हमास प्रतिनिधिमंडल ने युद्धविराम के नवीनतम प्रस्ताव और इजरायली जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों के लिए बंधकों की अदला-बदली पर चर्चा करने के लिए दोहा से उड़ान भरी.
जंग में 34000 से अधिक लोगों की मौत
हमास द्वारा बीते साल सात अक्टूबर को इजराइल पर किए गए घातक हमले के बाद से युद्ध जारी है. इसमें 34,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, हजारों लोग विस्थापित हुए हैं और गाजा में मानवीय संकट गहरा रहा है. ऐसे में ब्लिंकन का दौरा बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
इजराइल-हमास युद्ध विराम पर बनेगी बात?
ब्लिंकन की यात्रा पश्चिम एशिया में संघर्ष की स्थिति को लेकर नए सिरे से सामने आईं चिंताओं के बीच हो रही है. अमेरिका के विदेश मंत्री इस यात्रा में इजराइल-हमास युद्ध विराम, गाजा के लिए मानवीय सहायता, गाजा के भविष्य और इजराइल-सऊदी अरब के रिश्तों को सामान्य करने पर बातचीत करने सऊदी अरब, जॉर्डन और इजराइल का दौरा का रहे है. उनकी इस यात्रा से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को फोन पर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की थी.
संघर्ष विराम की तेज हुईं कोशिशें
मिस्र, कतर और अमेरिका महीनों से इज़राइल और हमास के बीच एक नए संघर्ष विराम के लिए मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि गाजा में मानवीय संकट दिन बा दिन बढ़ता जा रहा है. इजराइल द्वारा संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए पेश किए गए प्रस्ताव का पर अपना पक्ष रखने सोमवार को हमास का एक डेलिगेशन मिस्र पहुंचा है. जिसके बाद यह संभावना बताई जा रही है कि समझौते पर बात बन सकती है.