israel hamas war: जबसे इजरायल और हमास की जंग स्टार्ट हुई, कतर दोनों देशों के बीच सुलह कराने के लिए लगा रहा, लेकिन अचानक कुछ दिन पहले अमेरिका से एक फोन गया और अब कतर इजरायल-हमास के बीच मध्यस्थता कराने से पीछे हट गया है. आइए जानते हैं आखिर फोन पर कतर से क्या कहा गया. क्यों कतर पीछे हटा, हमास के नेताओं से देश छोड़ने की बात क्यों कह दी.
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Qatar suspended mediation Hamas and Israel: गाजा में इजरायल-हमास और लेबनान में इजरायल-हिजबुल्लाह जंग का कोई अंत अब नहीं दिख रहा है. इस बात को तब और जोर मिला जब पिछले कई महीनों से इजरायल और गाजा के बीच सुलह-समझौता करा रहे कतर ने भी थक-हार कर अपने पैर पीछे खींच लिए. कतर लंबे समय से इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम और बंधक रिहाई वार्ता को लेकर मध्यस्था कर रहा था. न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, कतर ने शनिवार को कहा कि वह गाजा में संघर्षविराम समझौते पर प्रगति न होने के कारण हमास और इजराइल के बीच मध्यस्थता के अपने महत्वपूर्ण प्रयासों को समाप्त कर रहा है. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कतर में रह रहे हमास के शेष नेतृत्व को वहां से जाना होगा या वे कहां जाएंगे.मिस्र के एक अधिकारी के अनुसार, यदि दोनों पक्ष समझौते पर पहुंचने के लिए गंभीर राजनीतिक इच्छा दिखाते हैं, तो कतर के मध्यस्थता प्रयासों के फिर से शुरू होने की पूरी संभावना है.
कतर ने क्या बताई सच्चाई
मामले की जानकारी रखने वाले एक राजनयिक सूत्र ने बताया कि कतर ने अपने पैर तब पीछे खीचें जब इजराइल और हमास दोनों समझौते पर सद्भावनापूर्वक बातचीत करने से इनकार कर दिया. इसके बाद कतर ने मध्यस्थता से पीछे हट गया. सूत्र ने यह भी बताया कि कतर ने हमास से कहा कि यदि वह गंभीर बातचीत में शामिल होने के लिए तैयार नहीं है तो उसे कतर छोड़ना होगा.
कतर के पैर पीछे हटाने के पीछे अमेरिका अधिकारी का फोन?
वहीं कतर के हटने के पीछे एक और कहानी बताई जा रही कि एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि बाइडेन प्रशासन ने कतर को दो सप्ताह पहले सूचित किया था कि दोहा में हमास कार्यालय का निरंतर संचालन अब उपयोगी नहीं है और हमास प्रतिनिधिमंडल को निष्कासित कर दिया जाना चाहिए. एपी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि हमास द्वारा संघर्ष विराम के अंतिम प्रस्ताव को अस्वीकार करने के बाद, कतर ने अमेरिका की सलाह स्वीकार कर ली और 10 दिन पहले हमास प्रतिनिधिमंडल को निर्णय के बारे में सूचित कर दिया था कि उन्हें देश अब छोड़ना होगा.
इस मामले में हमास का क्या है बयान
उधर हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे कतर के मध्यस्थता प्रयासों को स्थगित करने के फैसले से तो अवगत थे, "लेकिन किसी ने हमें जाने के लिए नहीं कहा." हमास ने किसी भी संघर्ष विराम समझौते की शर्त के रूप में बार-बार युद्ध को समाप्त करने और गाजा से इजरायली सेना की पूर्ण वापसी की मांग की है. उधर इजरायल हमास द्वारा 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर किए गए हमले में पकड़े गए सभी बंधकों की वापसी चाहता है और गाजा में अपनी उपस्थिति लगातार बनाए रखना चाहता है. अधिकारियों ने मामले की संवेदनशीलता के कारण नाम न बताने की शर्त पर बात की थी.
इजरायल का कोई नहीं आया बयान
इस मामले में अभी तक इजरायली प्रधानमंत्री के कार्यालय ने कोई टिप्पणी नहीं की गई है. लेकिन कतर के फैसले की बात शनिवार देर रात सरकारी कतर समाचार एजेंसी ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद बिन मोहम्मद अल-अंसारी के हवाले से टिप्पणियाँ प्रकाशित कीं, जिसमें पुष्टि की गई कि दोहा ने 10 दिन पहले वार्ता में पक्षों को सूचित किया था कि वह "हमास और इजरायल के बीच मध्यस्थता के अपने प्रयासों को रोक देगा यदि उस दौर में कोई समझौता नहीं हुआ."
कतर अब किस शर्त पर दोबारा करेगा मध्यस्थता
रिपोर्ट में कहा गया है, "जब दोनों पक्ष क्रूर युद्ध और नागरिकों की निरंतर पीड़ा को समाप्त करने के लिए अपनी इच्छा और गंभीरता दिखाएंगे, तो कतर अपने सहयोगियों के साथ उन प्रयासों को फिर से शुरू करेगा." गाजा में इजरायल-हमास युद्ध और लेबनान में इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध का कोई अंत नहीं दिख रहा है, जहां इजरायल की सेना ने कहा कि उसने बेरूत के दक्षिणी उपनगरों और अन्य जगहों पर कमांड सेंटर और अन्य आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला किया है. बताया जा रहा है कि इजरायल अपने बंधकों की रिहाई के लिए हमास को खत्म करने पर ही जोर देगा.