Israel hamas war Gaza Latest Update: गाजा पट्टी में हमास के आतंकियों ने पहली बार दरियादिली दिखाई है. आतंक मचाने वालें हमास के आतंकियों ने पहली बार ऐसा काम किया है कि दुनिया कोई हैरान है. दरअसल हमास अचानक मानवता की बात कर रहा है और उसने अमेरिका के दो नागरिकों को भी अपने चंगुल से रिहा कर इसका सबूत दिया है. बताया जा रहा है कि ये सब हमास की घबराहट का नतीजा है. जो अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन की ललकार के बाद दिख रहा है. दरअसल हमास को पता है कि इजरायल के साथ खड़े अमेरिका से पंगा लेना युद्ध में महंगा पड़ सकता है.


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इजरायल की मार से हमास के आका खौफजदा


इजरायल में बाइडेन की इसी चेतावनी के बाद हमास के आका खौफजदा हैं. अमेरिका के प्लान में हमास बुरी तरह फंस गया है. इजरायल को ताकत देकर अमेरिका ने ऐसा चकमा दिया कि हमास दरिंदगी से दरियादिली दिखाने लगा है और उसके बाद आईं ये तस्वीरें उसकी तस्दीक कर रही हैं.


इजरायल के साथ लड़ाई में हमास से हुई बड़ी गलती 


ये अप्रत्याशित घटनाक्रम संकेत है, इज़रायल के साथ लड़ाई में हमास से हुई बड़ी गलती का. ये संदेश है बैकफुट पर आए हमास के आतंकियों में फैली दहशत और डर का. क्योंकि ये मौका था हमास का अमेरिका के आगे सरेंडर करने का. हमास ने 7 अक्टूबर के बंधकों को छोड़ना शुरु कर दिया है. इजरायल से युद्ध के 15वें दिन हमास ने पहली बार दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा किया. हमास 


वीडियो जारी किया


हमास ने 59 साल की जूडिथ रैनन और उनकी 18 वर्षीय बेटी नताली रैनन की रिहाई का वीडियो भी शेयर किया. वहीं IDF के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने भी पुष्टि की कि जूडिथ रैनन और उनकी बेटी नताली को हमास ने रिहा कर दिया है. वो इजरायली सैनिकों के पास सुरक्षित लौट आई हैं.रिहा की गईं मां-बेटी शिकागो की रहने वाली हैं. वो एक रिश्तेदार का 85वां जन्मदिन और यहूदी छुट्टियां मनाने के लिए इजरायल आई थीं. लेकिन हमास ने उन्हें इजराइल-गाजा सीमा के पास नाहल ओज किबुत्ज से बंधक बना लिया था.


 


राष्ट्रपति बाइडेन ने जताई खुशी


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने दो नागरिकों की रिहाई पर खुशी जताई और उनसे फोन पर भी बात की. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस घटनाक्रम पर खुशी जताते हुए कहा, 'अमेरिकी बंधक अब इजरायल में इज़रायली अधिकारियों के सुरक्षित हाथों में हैं. हमें उम्मीद है कि अमेरिकी दूतावास की टीम जल्द ही उनसे मुलाकात करेगी. आने वाले घंटों में उन्हें हर वो मदद और खुशी मिलेगी जिसकी उन्हें जरूरत होगी.'


हमास का नया पैंतरा


हमास ने अमेरिकी नागरिकों की रिहाई को मानवीय आधार का नाम दिया है. इसके साथ ही हमास ने संकेत दिया है कि अगर हालात स्थिर रहे तो और बंधकों को भी छोड़ा जा सकता है. हमास की ये दरियादिली अचानक नहीं आई, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इजरायल को अमेरिका से मिल रहे फुल सपोर्ट के आगे हमास दबाव में है. लेकिन इजरायल पर उसके हमले भी जारी हैं.



इनसाइड स्टोरी


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी डिप्लोमैट्स को उम्मीद थी कि बंधकों को छुड़वाने के लिए कतर मध्यस्थता करवा सकता है और यही हुआ भी. अब अमेरिका अपने सभी नागरिकों को रिहा कराना चाहता है. इसके लिए इजराइल पर भी दबाव बनाया जा रहा है कि वो गाजा में घुसने के अपने प्लान को कुछ दिनों के लिए टाल दे. हालांकि दरअसल, गाजा से बंधकों को छुड़ाना आसान काम नहीं है.


आपको बताते चलें कि 7 अक्टूबर से ही बंधकों की रिहाई के लिए बैठकें और दौरे किए जा रहे हैं. 7 अक्टूबर को जैसे ही अमेरिका को जानकारी मिली की हमास ने कई नागरिकों को बंधक बना लिया है. वैसे ही विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जासिम अल-थानी को फोन करके एक्टिव हो गए थे. ब्लिंकन ने अल-थानी के सामने भी बंधकों का मुद्दा उठाया था. 


दरअसल अमेरिका से पंगा लेकर वो इजरायल के खिलाफ कोई और बड़ा खतरा मोल नहीं लेना चाहता. लेकिन इजरायल ने तो हमास के खात्मे का संकल्प लिया है. इसलिए वो किसी के रोके नहीं रुक रहा है. हालांकि जानकारी के मुताबिक हमास के कब्ज़े में अब भी 200 से 250 के करीब बंधक हैं. जिन्हें मोलभाव कर वो इज़रायल पर दबाव डालने की कोशिश कर रहा है.