जापान: भूकंप के जोरदार झटकों से थर्राया होंशू द्वीप, सुनामी की चेतावनी जारी
Advertisement
trendingNow1869505

जापान: भूकंप के जोरदार झटकों से थर्राया होंशू द्वीप, सुनामी की चेतावनी जारी

जापान में आया भूकंप इतना तेज था कि राजधानी टोक्यो समेत होंशू द्वीप की अधिकतर इमारतें हिलने लगीं. इस बीच अधिकारियों ने ओनागावा न्यूक्लियर प्लांट को बंद कर दिया और उसकी पूरी जांच के बाद ही उसे शुरू किया गया.

भूकंप के बाद स्टोर में सफाई करता कर्मचारी/फाइल तस्वीर: पीटीआई

टोक्यो: जापान में भूकंप के जोरदार झटकों से तटवर्ती इलाकों में दहशत फैल गई. यहां रिक्टर स्केल पर 7.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. हालांकि इस भूकंप से तुरंत किसी बड़े नुकसान की खबर नही हैं, लेकिन भूकंप के तुरंत बाद प्रशासन ने सुनामी की चेतावनी जारी की और लोगों को तटवर्ती इलाकों से दूर रहने को कहा है. इस साथ ही मछुवारों को भी समंदर में न उतरने के निर्देश दिये गए हैं. 

  1. जापान में भूकंप के जोरदार झटके
  2. 7.2 थी रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता
  3. भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी

धरती में 60 किमी नीचे था भूकंप का केंद्र

डेलीमेल की खबर के मुताबिक, जापान (Japan) में आया भूकंप (Earthquake) इतना तेज था कि राजधानी टोक्यो समेत होंशू द्वीप की अधिकतर इमारतें हिलने लगीं. इस बीच अधिकारियों ने ओनागावा न्यूक्लियर प्लांट को बंद कर दिया और उसकी पूरी जांच के बाद ही उसे शुरू किया गया. हालांकि अभी नुकसान की कोई खबर नहीं है. 

ये भी पढ़ें: Pakistan के पीएम Imran Khan को हुआ Corona, 2 दिन पहले ही ली थी चीन की वैक्सीन

सुनामी की चेतावनी

जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने भूकंप के तुरंत बाद मियागी प्रान्त के लिए एक मीटर तक की सूनामी की चेतावनी जारी की लेकिन इसे लगभग 90 मिनट बाद वापस ले लिया. जापान के सरकारी एनएचके टेलीविजन ने कहा कि हो सकता है कि सुनामी पहले से ही मियागी तट के कुछ हिस्सों में पहुंच गई हो. वहां के अधिकारियों ने कहा कि नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है. एनएचके ने कहा कि भूकंप के चलते कुछ क्षेत्रों में अस्थायी तौर पर बिजली की आपूर्ति रूक गई और बुलेट ट्रेन सेवाएं निलंबित हो गई.

भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित देशों में से एक है जापान

साल 2011 में आए भूकंप और सुनामी में जापान के 15 हजार से ज्यादा नागरिक मारे गए थे. बता दें कि जापान की भौगोलिक स्थिति 'Ring Of Fire'के बीच है. जिसे दुनिया में भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र माना जाता है. यही वजह है कि यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं.

Trending news