अब तक भारत पर निर्भर रहने वाला नेपाल, खुद अपना ट्रैक रूट बना रहा है
Advertisement

अब तक भारत पर निर्भर रहने वाला नेपाल, खुद अपना ट्रैक रूट बना रहा है

नेपाली सेना अपने इलाके में भारतीय सीमा के समानांतर एक ट्रैक रूट बना रही है. इससे बहुत ज्यादा ऊंचाई पर बसे गांव टिंकर और चंगरु तक पहुंचने के लिए वहां के लोगों की निर्भरता भारतीय ट्रैक रूट पर खत्म हो जाएगी. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: भारत-नेपाल (India Nepal) सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच, नेपाल सरकार ने धारचूला जिले में 130 किलोमीटर लंबी धारचूला-टिंकर (Dharchula-Tinkar) सड़क परियोजना पर काम फिर से शुरू कर दिया है. भारतीय अधिकारी ने कहा कि नेपाली सेना अपने इलाके में भारतीय सीमा के समानांतर एक ट्रैक रूट बना रही है. इससे बहुत ज्यादा ऊंचाई पर बसे गांव टिंकर और चंगरु तक पहुंचने के लिए वहां के लोगों की भारतीय ट्रैक रूट पर निर्भरता खत्म हो जाएगी.

  1. भारतीय सीमा के समानांतर एक ट्रैक रूट बना रहा है नेपाल
  2. भारत पर निर्भरता को खत्म करना चाहता है
  3. नेपाल के सुनसेरा गांव से चंगरू तक का ट्रैक मार्ग नेपाली सेना बनवा रही है

धारचूला के एसडीएम ए के शुक्ला ने कहा- 'नेपाल के सुनसेरा गांव से चंगरू तक का ट्रैक मार्ग नेपाली सेना बनवा रही है. इस मार्ग का उपयोग ऊंचाई वाले नेपाली गांव टिंकर और चंगरू के नागरिक करेंगे जो अब तक सर्दियों में निचली घाटियों की ओर पलायन करने और गर्मियों में वापस अपने गांव जाने के लिए भारतीय ट्रैक मार्गों का उपयोग करते थे.' 

अधिकारी ने कहा कि कालापानी, लिंपियाधुर और लिपुलेख को उनके देश का हिस्सा बताने वाले नए मैप को नेपाल मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी दिए जाने पर, सीमा क्षेत्र में कोई तनाव नहीं है.

एसडीएम ने कहा- 'सीमा पर शांति बनी हुई है. भारत-नेपाल सीमा पर पोस्टों पर कड़ी निगरानी रखने वाली हमारी खुफिया एजेंसियों ने अभी तक भारत विरोधी कोई गतिविधि नहीं देखी है.'

ये भी पढ़ें: भारत को राफेल विमानों की आपूर्ति पर फ्रांस का बड़ा बयान

ये भी देखें-

Trending news