Border Dispute पर बोले नेपाली PM Oli ‘भारत के साथ गलतफहमी बढ़ी है, कूटनीतिक बातचीत से तलाश लेंगे हल’
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Border Dispute पर बोले नेपाली PM Oli ‘भारत के साथ गलतफहमी बढ़ी है, कूटनीतिक बातचीत से तलाश लेंगे हल’

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) ने सीमा विवाद पर बोलते हुए कहा कि यह भी सच है कि हमारे कदम से भारत के साथ गलतफहमी बढ़ गई है, लेकिन हमें किसी भी कीमत पर अपने क्षेत्र पर दावा करना होगा. हमें भारत से बात करनी होगी.

फाइल फोटो

काठमांडू: वैक्सीन डिप्लोमेसी (Vaccine Diplomacy) के लिए भारत की तारीफ कर चुके नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) ने अब सीमा विवाद (Border Dispute) पर बयान दिया है. ओली ने सोमवार को कहा कि भारत (India) के साथ चल रहे सीमा विवाद को कूटनीतिक बातचीत के जरिए हल किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि हमारे संबंध केवल बातचीत के जरिए ही सौहार्दपूर्ण हो सकते हैं. इससे पहले, पिछले महीने भारत और नेपाल के मंत्रियों में नई दिल्ली में बातचीत हुई थी, लेकिन सीमा विवाद का कोई हल नहीं निकल सका था.

  1. काफी समय से दोनों देशों में है सीमा विवाद
  2. चीन के उकसावे पर नेपाल ने बढ़ाया विवाद
  3. विवादित नक्शा भी किया था प्रकाशित

Map प्रिंट करने की कही बात

‘नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा सुरक्षा और सीमा प्रबंधन एजेंसियों के बीच समन्वय’ शीर्षक पर आयोजित सेमिनार में बोलते हुए केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) ने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ संबंध सौहार्दपूर्ण बनाए जा सकते हैं. नेपाल-भारत के संबंधों को सौहार्दपूर्ण ढंग से मजबूत करने के लिए हमें मानचित्र प्रिंट करना होगा और भारत से बात करनी होगी. हमारे संबंध केवल बातचीत के जरिए ही सौहार्दपूर्ण हो सकते हैं. 

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58 Years से लटका है मामला

नेपाली प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि तथ्यों और सबूतों के आधार पर लिंपियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी (Limpiyadhura, Lipulekh and Kalapani) के मुद्दे पर भारत के साथ खुली और मैत्रीपूर्ण बातचीत होगी.  सीमाओं को लेकर कुछ पुरानी अनसुलझी समस्याएं रही हैं. उन्होंने कहा, ‘लिंपियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी का मुद्दा पिछले 58 सालों से अधर में लटका हुआ है. उस समय के शासकों ने घुसपैठ के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं थी और इसलिए हमें चुपचाप विस्थापित होना पड़ा. यह भी सच है कि हमारे कदम से भारत के साथ गलतफहमी बढ़ गई है, लेकिन हमें किसी भी कीमत पर अपने क्षेत्र पर दावा करना होगा’.

India ने फिर भी निभाया पड़ोसी धर्म

ओली ने कहा कि सीमा मामलों के अधिक संवेदनशील होने पर सीमा सुरक्षा एजेंसियों को बहुत ज्यादा सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को नेपाली क्षेत्रों में घुसपैठ रोकने के निर्देश देते हुए कहा कि नो-मैन्स लैंड का दुरुपयोग रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं. बता दें कि नेपाल ने चीन के उकसावे में आकर भारतीय क्षेत्र को अपना बताते हुए नया नक्शा प्रकाशित किया था. जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था. इसके बावजूद भारत ने पड़ोसी धर्म निभाते हुए नेपाल को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन प्रदान की है.

 

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