UK: छात्रों ने बनाया है कमाल का Ladies toilet, जानिए इसकी खासियत और जरूरत
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UK: छात्रों ने बनाया है कमाल का Ladies toilet, जानिए इसकी खासियत और जरूरत

New women's urinal: छात्रों ने कहा, 'उनकी स्टडी के मुताबिक सार्वजनिक जगहों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए कम टॉयलेट्स होते हैं. वहीं महिलाओं की लाइन पुरुषों की लाइन की तुलना में 34 गुना अधिक लंबी होती है.'

फोटो साभार: (University of Bristol)

लंदन: ब्रिटेन (UK) के दो छात्रों ने अनूठा लेडीज टॉयलेट डिजाइन किया है. इन छात्रों ने अपने मास्टर्स प्रोजेक्ट में महिलाओं की 'रियल लाइफ प्रॉबलेम' का हल निकालने की कोशिश की थी जिसमें वो कामयाब रहे.

  1. इंग्लैड के छात्रों ने डिजाइन किया अनूठा यूरीनल
  2. पब्लिक प्लेस में महिलाओं को अब होगी आसानी
  3. पारंपरिक टॉयलेट से 6 गुना सुरक्षित और स्वच्छ

इसके निर्माता छात्रों एम्बर प्रोबिन और हेजल मैकशेन का दावा है कि उनका बनाया लेडीज टॉयलेट (Ladies toilet invention) पूरी तरह हैंड्स फ्री है. जो पारंपरिक यानी पुराने लेडीज टॉयलेट से 6 गुना स्वच्छ, सुरक्षित और प्रभावशाली है.

म्यूजिक फेस्ट से मिला आइडिया

डेली मेल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक दोनो छात्रों ने अपनी इस ईजाद से पहले काफी रिसर्च किया. उनका कहना है कि उन्हें ये आइडिया शहर में होने वाले म्यूजिक फेस्ट की तस्वीरों को देखकर आया. जहां हर साल हजारों की तादात में महिलाएं पहुंचती हैं लेकिन उनके लिए पर्याप्त और सुरक्षित टॉयलेट के इंतजाम नहीं होते हैं. 

शोध में सामने आए तथ्य 

छात्रों ने कहा, 'उनकी स्टडी के मुताबिक सार्वजनिक जगहों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए कम टॉयलेट्स होते हैं. वहीं महिलाओं की लाइन पुरुषों की लाइन की तुलना में 34 गुना अधिक लंबी होती है. क्योंकि औसतन पुरुषों के 10 पब्लिक टॉयलेट्स के बीच महिलाओं के लिए ऐसी जगहों पर सिर्फ एक लेडीज यूरीनल बना होता है.

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ऐसे में महिलाएं सफाई पर ध्यान नहीं देतीं और गंदगी का शिकार हो जाती है. जिससे उनके बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है. वहीं मंथली पीरियड्स के दौरान उन्हे सार्वजनिक टॉयलेट में और ज्यादा समय लगता है. इस वजह से भी ये ऐसी ईजाद है जिसमें हर पहलू का ध्यान रखा गया है.

समय की होती है बचत

छात्रों का कहना है कि लॉक होने वाले टॉयलेट में वैसे भी ज्यादा समय लगता है और उस दरवाजे के हैंडल को खोलने और बंद करने में भी वायरस महिलाओं के हाथ में आ सकता है. ऐसे में उनका ये ओपन प्रोटोटाइप पूरी तरह सेफ है जिसमें बाहर से सिर्फ किसी पुरुष या महिला के शरीर का उपरी हिस्सा ही दिखता है. इसका परीक्षण जारी है.

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(फोटो साभार: फेसबुक)

छात्रों ने ये भी कहा, ' हम शौचालय में क्रांति लाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. हमारी ये खोज उन महिलाओं के लिए 'फास्ट-ट्रैक' टॉयलेट जैसी है, जो कहीं भी और कभी भी बिना किसी परेशानी और झिझक के इस समस्या का समाधान चाहती हैं.'

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