Narendra Modi and Imran khan: पीएम मोदी ने 2019 में एक चुनावी रैली में कहा था कि पाकिस्तान ने सौभाग्य से पायलट को रिहा कर दिया नहीं तो वह क़त्ल की रात होती.
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Abhinandan Varthaman: भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की 2019 में पाकिस्तानी हिरासत से रिहाई की कहानी तो सब जानते हैं. लेकिन अब इस पूरे घटनाक्रम से जुड़ी अंदरूनी जानकारियां बाहर आई हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में भारत के तत्कालीन उच्चायुक्त अजिय बिसारिया ने जल्द आने वाली अपनी किताब में इस पूरे घटनाक्रम का जिक्र किया है. यह वर्णन खासा चौंकाने वाला है और भारत की आक्रामक प्रभावी कूटनीति का सबूत भी.
रिपोर्ट के मुताबिक किसी भी पल भारत की तरफ से मिसाइल अटैक होने से घबराई पाकिस्तान सरकार ने आधी रात को बिसारिया के दरवाजे पर दस्तक दी ताकि बातचीत के जरिए स्थिति को शांत किया जा सके. दरअसल पाकिस्तानी पीएम इमरान खान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बातचीत करना चाहते थे. यहां जिस रात की बात की जा रही है, उसे बाद में खुद पीएम मोदी ने कत्ल की रात कहा.
वह 27 फरवरी, 2019 की रात थी, पकड़े गए भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान द्वारा पाकिस्तान की हिरासत में बिताई गई दो रातों में से यह पहली थी. उस रात की घटनाएं काफी अटकलों का विषय रही हैं. बिसारिया ने अपनी आगामी पुस्तक Anger Management: The Troubled Diplomatic Relationship Between India and Pakistan में भारत की जबरदस्त कूटनीति का शानदार विवरण देते हुए उस घटनाक्रम का विवरण दिया जिसके कारण पायलट अभिनंदन को 2 दिन बाद रिहा किया गया.
आधी रात को आया बिसारिया के पास फोन
बिसारिया ने खुलासा किया कि उन्हें आधी रात को भारत में पाकिस्तान के तत्कालीन उच्चायुक्त सोहेल महमूद का फोन आया, जिन्होंने कहा कि इमरान खान पीएम मोदी से बात चाहते हैं. इसके बाद बिसारिया ने दिल्ली में लोगों से पूछताछ की और वापस महमूद से कहा कि पीएम मोदी इस समय उपलब्ध नहीं है और कोई भी जरूरी संदेश खुद उच्चायुक्त को दिया जा सकता है. उस रात बिसारिया ने महमूद से दोबारा बात नहीं की.
अगले दिन, 28 फरवरी को, इमरान खान ने अभिनंदन को रिहा करने के पाकिस्तान के फैसले की घोषणा करते हुए संसद में कहा कि उन्होंने शांति के हित में पीएम मोदी को फोन करने की कोशिश की थी, लेकिन इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया.
पाकिस्तान ने भारतीय फाइटर पायलट की रिहाई को शांति संकेत करार दिया. हालांकि भारत और पाकिस्तान में अमेरिका और ब्रिटेन के दूतों सहित पश्चिमी राजनयिकों ने बताया कि पायलट को नुकसान पहुंचाने पर स्थिति बिगड़ने की भारत की धमकी इस्लामाबाद के लिए कितनी गंभीर थी.
इनमें से कुछ दूतों ने रात भर भारत के विदेश सचिव को फोन करके बताया कि पाकिस्तान न केवल अभिनंदन को रिहा करने के लिए तैयार है, बल्कि भारत के पुलवामा डोजियर पर कार्रवाई करने और आतंकवाद के मुद्दे को संबोधित करने के लिए भी तैयार है. उन्होंने उनसे कहा कि खान अगले दिन संसद में ये घोषणाएं करेंगे.
पाकिस्तान ने 26 फरवरी की घटनाओं के बाद इनमें से कुछ राजनयिकों को लगातार तीन बार तलब किया था.
बाद में इस घटनाक्रम को लेकर पीएम मोदी ने एक बयान दिया था जिसमें इशारों-इशारों में काफी कुछ कहा गया था. सैन्य कार्रवाई का संकेत देते हुए उन्होंने 2019 में एक चुनावी रैली में कहा कि पाकिस्तान ने सौभाग्य से पायलट को रिहा कर दिया नहीं तो यह क़त्ल की रात होती.
पाकिस्तान सरकार हो गई थी परेशान
भारत ने आधिकारिक तौर पर कभी नहीं कहा कि अभिनंदन की रिहाई के लिए वह पाकिस्तान पर मिसाइलें दागेगा, लेकिन बिसारिया ने खुलासा किया कि कैसे इस खतरे ने सेना और इमरान खान की सरकार को परेशान कर दिया था.
पाकिस्तान की तत्कालीन विदेश सचिव तहमीमा जंजुआ ने अभिनंदन के पकड़े जाने के बाद भारत की मांगों पर चर्चा के लिए 27 फरवरी को अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांसीसी दूतों को बुलाया था. बैठक के बीच में, शाम करीब 5.45 बजे, जंजुआ ने सेना का एक संदेश पढ़ने के लिए बातचीत रोक दी थी. यह संदेश था कि भारत ने पाकिस्तान की ओर 9 मिसाइलें तैनात की हैं, जिन्हें उस दिन किसी भी समय लॉन्च किया जा सकता है.
जंजुला ने दूतों से इस ‘विश्वसनीय जानकारी’ को अपनी राजधानियों में रिपोर्ट करने और भारत पर तनाव न बढ़ाने के लिए दबाव डालने को कहा. इनमें से एक दूत ने उनसे इसे सीधे भारत के साथ उठाने के लिए कहा, जिसके तुरंत बाद भारतीय कार्यवाहक उच्चायुक्त को भी बुलाया गया. इसके बाद इमरान खान ने पीएम मोदी से संपर्क करने की कोशिश की.