मॉनटेरी (मैक्सिको): एना कॉर्टेज साइकोलॉजी की पढ़ाई कर रही हैं और अंग्रेजी की शिक्षिका भी हैं. उन्होंने कहा कि जब वो कोरोना संक्रमित हुईं, उससे चार दिन पहले तक दूध का रंग नहीं बदला था. लेकिन जैसे ही उनका बच्चा और परिवार कोरोना की चपेट में आए, तुरंत ही दूध का रंग बदल गया.
कोरोना वायरस से उपजी महामारी की वजह से जीवन में भी तमाम बदलाव आ रहे हैं, लेकिन मैक्सिको में एक 4 महीने की बच्ची की मां ने दावा किया कि कोरोना संक्रमित होने के बाद उसके दूध का रंग बदल गया.
मैक्सिको के मॉनटेरी में रहने वाली एना कॉर्टेज (23) ने शिकायत की कि कोरोना वायरस से संक्रमण के समय उनके दूध का रंग बदलकर सफेद से हरा हो गया. कॉर्टेज ने इस पर हैरानी जताई और डॉक्टरों से संपर्क साधा.
कॉर्टेज ने ये भी बताया कि जब वो कोरोना निगेटिव हुईं, तो उनके दूध का रंग फिर से सामान्य सफेद हो गया. उनकी डॉक्टर ने बताया कि ऐसा डाइट में बदलाव और इंसानी इम्यून सिस्टम के चलते हुआ.
डेलीमेल में छपी खबर के मुताबिक विशेषज्ञों ने बाद में इस बात को साफ किया कि ऐसा कभी-कभी हो सकता है. खासकर जब डाइट में बदलाव हो, या बच्चा बीमार हो. क्योंकि मां का दूध पी रहे बच्चे को भी कोई तकलीफ होती है, तो उससे बचाने के लिए मां के शरीर का इम्यून सिस्टम खुद को बदलता है और दूध में एंटीबॉडीज की मात्रा बढ़ जाती है. ताकि बच्चा जल्दी स्वस्थ हो सके.
एना कॉर्टेज साइकोलॉजी की पढ़ाई कर रही हैं और अंग्रेजी की शिक्षिका भी हैं. उन्होंने कहा कि जब वो कोरोना संक्रमित हुईं, उससे चार दिन पहले तक दूध का रंग नहीं बदला था. लेकिन जैसे ही उनका बच्चा और परिवार कोरोना की चपेट में आए, तुरंत ही दूध का रंग बदल गया. ऐसे में आम लोगों के लिए तो ये हैरानी वाली ही है कि जैसे ही मां-बेटी कोरोना मुक्त हुई, दूध फिर से सफेद हो गया.
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