नई दिल्ली: गूगल मैप्स ने करोड़ों लोगों की जीवन की राह आसान की है. आज के समय में इसी ऐप के सहारे लोग दुनिया घूमने के ख्वाब बनाते हैं. लेकिन आपको बता दें कि दुनियाभर में कई ऐसी जगहें हैं जो कि गूगल मैप (Google Maps) पर ब्लर दिखाई देती हैं. आप चाह कर भी इन लोकेशन्स को नहीं देख पाएंगे. इसमें रूस (Russia) का रहस्यमयी आइलैंड, नॉर्थ कोरिया (North Korea) का एक हिस्सा और फ्रांस (France) का Moruroa आइलैंड जैसी कई जगहें शामिल हैं. 'द सन' की रिपोर्ट के मुताबिक गूगल 10 से ज्यादा ऐसी लोकेशन को अपने मैप से हटा चुका है.
Apple ने अपनी मैप सर्विस में एक 'अदृश्य दीवार' टिम कुक के घर की जगह दिखा दी थी. ऐसे में अब कोई भी Tim Cook का घर पब्लिकली नहीं देख सकता. वहीं गूगल मैप पर भी उनके घर के हिस्से को पिक्सलेट कर दिया गया था. CultOfMac के मुताबिक, Tim Cook के घर की कीमत करीब 25 करोड़ से भी ज्यादा है. एपल कंपनी के बॉस का घर कैलिफोर्निया के पालो आल्टो में है.
स्पेन में मौजूद Patio de los Naranjos ये जगह सरकारी दफ्तरों के पास है. ये ब्लर क्यों है, ये कारण तो स्पष्ट नहीं है.
पोलैंड की स्पेशल फोर्स कमांड की ट्रेनिंग यहां होती है. ये भी गूगल पर ब्लर है.
फ्रांस में मौजूद The AREVA La Hague न्यूक्लियर फ्यूल रिप्रोसेसिंग फैसिलिटी भी गूगल पर ब्लर है. ये 1976 में खोला गया था. यहां से कई देशों को न्यूक्लियर फ्यूल दिया जाता है.
50, 60 और 70 के दशक में Amchitka Island पर अमेरिका की न्यूक्लियर टेस्टिंग होती थी. लेकिन गूगल मैप्स पर इसके कई हिस्से ब्लर हैं. अमेरिका ने यहां कई अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट किए हैं.
गूगल मैप पर नॉर्थ कोरिया के कुछ इलाके धुंधले दिखाई देते हैं. नॉर्थ कोरिया का बाईं तरफ का हिस्सा गूगल मैप पर ब्लर दिखता है. इसके अलावा ग्रीस का मिलिट्री बेस भी ब्लर दिखाई देता है. ऐसा सुरक्षा कारणों की वजह से है.
बर्फ से ढका रहने वाला आइलैंड 1.2 मील लंबा है. माना जाता है कि रूस और अमेरिका में तनातनी की वजह से ये आइलैंड गूगल मैप्स पर ब्लर है.
ब्रिटेन में मौजूद Princeport Road पर स्थित Stockton-on-Tees गूगल पर ब्लर है.
Ariel Castro नाम के शख्स ने साल 2002 से लेकर 2004 के बीच कुछ लड़कियों को किडनैप कर ओहियो स्थित घर में रखा था. उसने लड़कियों को मई 2013 तक बंधक बनाकर रखा था. इस जगह को भी गूगल मैप्स पर बैन कर दिया गया है.
दक्षिण प्रशांत महासागर में मौजूद मोरुरोआ एक छोटा प्रवालद्वीप (Atoll) है. इसे क्यों प्रतिबंधित किया गया, इसकी वजह तो साफ नहीं है लेकिन कहा जाता है कि आइलैंड का न्यूक्लियर इतिहास रहा है.
गूगल मध्य फ्रांस में मौजूद जेल को सेंसर कर चुका है. ऐसा 2018 में फ्रांस सरकार के निवेदन पर सुरक्षा कारणों की वजह से किया गया था.
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