रेनैट की वसीयत के मुताबिक, कई पड़ोसियों में उनके बैंक बैलेंस, शेयर्स और संपत्ति को बांट दिया गया है.
दरअसल, रेनेट वेडेल 1975 के बाद से अपने पति अल्फ्रेड वेसल के साथ मध्य जर्मनी के वाइपरफेल्डेन (Weiperfelden) जिले के हेसे (Hesse) में रहती थीं. उनके पति अल्फ्रेड शेयर बाजार में पैसा लगाते थे और उनकी इससे खूब कमाई भी हुई.
साल 2014 में अल्फ्रेड की मृत्यु हो गई और इसके बाद 2019 में 81 वर्ष की आयु में रेनैट ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया. रेनैट का फ्रैंकफर्ट के एक नर्सिंग होम में साल 2016 से 2019 के लंबे वक्त तक इलाज चला था.
रेनैट के पास बैंक बैलेंस, शेयर और कीमती सामान की एक वसीयत थी जिसकी असली वारिस उनकी बहन थी. लेकिन रेनैट की बहन की मौत उनसे पहले ही हो चुकी थी. लिहाजा वेडेल ने सारी चल-अचल संपत्ति अंतिम समय में देखभाल करने वाले पड़ोसियों के नाम कर दी. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
बुजुर्ग महिला ने इसमें कई पड़ोसियों के नाम संपत्ति का बंटवारा कर दिया था. हालांकि बता दें उनके पड़ोसी इन पैसों का इस्तेमाल अपने निजी खर्चों के लिए नहीं कर पाएंगे और इसका इस्तेमाल क्षेत्र के विकास में किया जाएगा.
जिन लोगों के नाम ये संपत्ति की गई है, उन पड़ोसियों ने कहा कि वे जिम्मेदारी के साथ अपने काम को पूरा करेंगे और इस दौलत से एक कम्युनिटी सेंटर का विकास करेंगे और इस तरह अपनी तरफ से दंपत्ति को श्रद्धांजलि देंगे.
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