थाईलैंड में रहने वाली चमोए थिप्यासो (Chamoy Thipyaso) नाम की महिला दुनिया की सबसे लंबी जेल की सजा पाने वालों में से एक है. उसे साल 1989 में कोर्ट ने 1 लाख 41 हजार 78 साल की सजा सुनाई. उसे मिली 1,41,078 साल की सजा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Records) में दर्ज है. उसे एक पिरमिड स्कीम में 16,231 लोगों के करीब 19 करोड़ रुपये का चूना लगाने का दोषी पाया गया था. हालांकि, बाद में थाईलैंड में एक कानून पास हुआ कि धोखाधड़ी के मामले में अपराधी को कितनी भी लंबी सजा क्यों न सुनाई गई हो, उसे 20 साल से ज्यादा जेल में नहीं रखा जा सकता है. इसी के चलते उसे सिर्फ 8 सालों में ही रिहा कर दिया गया.
स्पेन (Spain) के 22 वर्षीय पोस्टमैन गैब्रीअल मार्च ग्रनाडोस (Gabriel March Granados) को साल 1972 में 3,84,912 साल की सजा सुनाई गई थी. उसे 40 हजार से ज्यादा पत्र और पार्सल डिलिवर न करने का दोषी पाया गया था. अदालत ने प्रत्येक पत्र और पार्सल के बदले उसे 9-9 साल की सजा सुनाई थी. हालांकि, बाद में उसकी लाखों साल की ये सजा घटाकर 14 साल कर दी गई थी.
द ओकलाहोमानी की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 1994 में एलन वेन मैकलॉरिन (Allan Wayne McLaurin) नाम के शख्स को कई मामलों में दोषी करार दिया गया था, और उसे कुल 21,250 साल की सजा मिली थी. एलन को रेप के 4 मामलों में कुल 8000 साल, जबरन अप्राकृतिक संबंध बनाने के 4 मामलों में 8000 साल, हथियार से हमले के मामले में 1500 साल और लूटपाट के कुछ मामलों में 500-500 साल की सजा सुनाई गई थी. एलन के साथी को भी अदालत ने कुल 11,250 साल की सजा सुनाई थी. यानी दोनों को कुल 32,500 साल की सजा सुनाई गई.
अदनान ओकतार (Adnan Oktar) को सेक्स क्राइम के मामले में 1075 साल की सजा सुनाई गई है. वो पहले भी जेल जा चुका था और तुर्की के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक था. उसके साथ ही उसके दर्जनों सहयोगी भी पकड़े गए थे. अदनान ओकतार एक समय में धार्मिक किताबों का बड़ा लेखक हुआ करता था और उसकी किताबें पूरी दुनिया में मशहूर थी. अब उसे 1075 साल की सजा सुनाई गई है, वो भी सिर्फ 10 मामलों में. कई अन्य मामले अभी चल रहे हैं.
अमेरिका में कट्टर दक्षिणपंथी आतंकवादी टेरी निकोल्स (Terry Nichols) को 1995 में ओक्लाहोमा सिटी बंबिंग केस में सहायक सिद्ध होने पर 30,000 साल की सजा सुनाई गई थी. हालांकि वो भी एक बिल्डिंग पर हमला करने जा रहा था, लेकिन उसका मन पलट गया. इसके बावजूद उसे 161 जीवन कैद की सजा सुनाई गई थी, जिसमें 9,300 साल उसे कोई पैरोल भी नहीं मिल पाती. उसके साथी को फांसी की सजा सुनाई गई थी. इस हमले में 11 बच्चों समेत 168 लोग मारे गए थे.
अमेरिका के ओक्लाहोमा में ही चार्ल्स स्कॉट रॉबिनसन को 30 हजार साल की सजा सुनाई गई थी. वो 1994 से जेल में ही है. जज ने उसे कुल छह मामलों में 5-5 हजार साल की सजा सुनाई थी. चार्ल्स को इतनी लंबी सजा सुनाने के बाद जज ने बताया कि वह उसे बिना परोल के उम्रकैद की सजा नहीं दे सकते थे, इसलिए उन्होंने इतनी लंबी सजा सुनाई, ताकि वह अपनी बाकी की जिंदगी जेल में ही बिताए. इसका मतलब ये था कि चार्ल्स को पहली परोल तब मिलती, जब उसकी उम्र 108 साल हो जाती.
स्पेन की राजधानी में एक इस्लामिक आतंकी संगठन के तीन आतंकियों को 1 लाख 20 हजार साल की सजा सुनाई गई थी. ये सजा 2004 में अल कायदा की ओर से मैड्रिड ट्रेन बंबिंग केस में सुनाई गई थी. इस मामले में कई अन्य लोगों को भी हजारों साल की सजा सुनाई गई थी. इस हमले में 193 लोग मारे गए थे. स्पेन में एक महिला को 3828 साल और एक पुरुष को 4797 साल की सजा सुनाई जा चुकी है. महिला को ये सजा 1989 में सुनाई गई थी. हालांकि उसे 26 सालों बाद 2013 में रिहा कर दिया गया था.
हमारी सहयोगी साइट WION के अनुसार, तुर्की में कुछ महीनों पहले ही एक उज्बेक आतंकवादी को 2017 न्यू ईयर पर नाइटक्लब में हमला करने के मामले में 40 बार उम्र कैद की सजा सुनाई गई. इस हमले में 40 लोग मारे गए थे. इसके अलावा उसे अन्य मामलों में 1368 सालों की सजा सुनाई गई थी.
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