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USA: कोरोना वैक्सीनेशन के बाद मास शूटिंग की तबाही, पूर्व डिटेक्टिव ने किया चौंकाने वाला दावा

पिछले साल 20 हजार से ज्यादा लोग गोलीबारी में मारे गए, लेकिन वो सामान्य अपराध थे. मास शूटिंग का मतलब है किसी का बेवजह ही मासूम लोगों पर गोलियां बरसाना.

मास शूटिंग और कोरोना वायरस

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मास शूटिंग और कोरोना वायरस

न्यूयॉर्क: अमेरिका में पिछले साल मास शूटिंग की घटनाओं में बेहद कमी दर्ज की गई थी. वहीं, इस साल मास शूटिंग की घटनाएं बढ़ी हैं. इस पूरे मामले को लेकर एक पूर्व सुरक्षा कर्मी ने फॉक्स न्यूज पर चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने लाइव टीवी पर कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन के बाद अमेरिका में मास शूटिंग जैसी वारदातों की बाढ़ आ सकती है. 

कैलिफोर्निया में मास शूटिंग, 9 की मौत

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कैलिफोर्निया में मास शूटिंग, 9 की मौत

कैलिफोर्निया के सैन जोसे में बुधवार को मास शूटिंग की वारदात हुई, जिसमें हमलावर समेत 9 लोग मारे गए. इसी मामले को लेकर लाइव टीवी कार्यक्रम के दौरान पूर्व डिटेक्टिव पैट ब्रोसनन ने कोरोना और मास शूटिंग को जोड़कर ये बात कही.

कोरोना से डर रहे हैं कातिल?

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कोरोना से डर रहे हैं कातिल?

ब्रोसनन ने कहा कि वैक्सीनेशन ड्राइव पूरी होने के बाद ही ये कातिल अपने घरों से निकलेंगे और मासूमों की जान लेंगे. उन्होंने कहा कि सारे कातिल अभी कोरोना से डरे हुए हैं और अपने घरों में दुबके हुए हैं. उन्होंने दावा किया कि वैक्सीनेशन के बाद जब ऐसी वारदातें बढ़ेंगी, तो आप देखेंगे कि उनमें से सभी हमलावरों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी होगी. 

काश मैं गलत साबित होऊं

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काश मैं गलत साबित होऊं

ब्रोसनन ने कहा कि मेरा ये दावा गलत ही साबित हो. लेकिन ऐसा होगा नहीं. उन्होंने मास शूटर्स को कायर करार दिया और कहा कि जैसे ही कोरोना वैक्सीनेशन का काम पूरा होगा, लोग सड़कों पर उतरेंगे. भीड़ बढ़ेगी और फिर ये कायर बिना किसी चेतावनी के लोगों पर बेवजह हमले करेंगे. आप देखेंगे तो ये पाएंगे कि उनमें से अधिकतर को कोरोना वैक्सीन लग चुकी होगी. अभी ऐसे सभी कायर अपने घरों में दुबके हुए हैं. 

इस साल एक दर्जन से ज्यादा वारदात

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इस साल एक दर्जन से ज्यादा वारदात

अमेरिका में एपी, यूएसए टुडे और नॉर्थ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी मास शूटिंग का डाटा रखती हैं. उन्होंने बताया है कि साल 2020 में पूरे साल जहां सिर्फ 4 मामले मास शूटिंग के सामने आए, वहीं इस साल अभी तक एक दर्जन मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि पिछले साल 20 हजार से ज्यादा लोग गोलीबारी में मारे गए, लेकिन वो सामान्य अपराध थे. मास शूटिंग का मतलब है किसी का बेवजह ही मासूम लोगों पर गोलियां बरसाना.

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