Rules of Toilet Flush at Night: सभी जगह साफ-सफाई को बहुत तवज्जो दी जाती है लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा भी है जहां रात में टॉयलेट फ्लश करना या नहाना अपराध है. ऐसा करने पर सजा भी भुगतनी पड़ती है. आखिर इस तरह का नियम बनाने के पीछे क्या वजह हो सकती है.
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Rules of Toilet Flush at Night in Switzerland: दुनिया में जब भी सबसे खूबसूरत और मन मोह लेने वाले देश की बात आती है तो उसमें स्विट्जरलैंड का नाम सबसे ऊपर आता है. हो भी क्यों नहीं, वहां की हरी भरी वादियां और बर्फ से लदे पहाड़ किसी को भी अपना दीवाना बना लेते हैं. लेकिन हर देश की तरह स्विट्जरलैंड में भी कई ऐसी विचित्र परंपराएं हैं, जिनके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे. कहा जाता है कि स्विट्जरलैंड में रात के वक्त टॉयलेट फ्लश करना या नहाना बैन है. क्या यह वाकई वहां का कोई सरकारी नियम है या महज एक अफवाह है. आज इस लेख में हम स्विट्जरलैंड के राज से पर्दा उठाने जा रहे हैं.
टॉयलेट फ्लश की क्यों है मनाही?
मीडिया रिपोर्ट के स्विट्जरलैंड (Rules of Toilet Flush at Night in Switzerland) को दुनिया के सबसे शांत देश के रूप में जाना जाता है. वहां पर लोग ध्वनि प्रदूषण के सख्त खिलाफ हैं. रात के वक्त तो वहां के लोग और भी ज्यादा शांति को पसंद करते हैं. उनका मानना है कि रात में शोर होने पर उनकी नींद भंग हो जाती है, इसलिए सभी लोगों को रात में टॉयलेट फ्लश न चलाने या रात में न नहाने के लिए कहा जाता है. वे रात के वक्त इस तरह के शोर को भी ध्वनि प्रदूषण मानते हैं.
क्या वास्तव में ये है सरकारी नियम?
अब इस बात की पड़ताल करते हैं कि यह वाकई कोई सरकारी नियम है या महज सुनी-सुनाई बात है. तो आपको स्पष्ट कर दें कि स्विट्जरलैंड (Rules of Toilet Flush at Night in Switzerland)की सरकार ने इस तरह का कोई नियम नहीं बना रखा है और न ही इस तरह का कोई आदेश लागू है. हालांकि वहां के लोग इस मुद्दे पर बेहद जागरूक हैं और उन्होंने अपने-अपने अपार्टमेंट में इस तरह के आदेश लागू कर रखे हैं, जिसका वे सख्ती से पालन करते हैं.
नियम न मानने पर नहीं मिलता मकान
वहां रहने वाले मकान मालिक (Rules of Toilet Flush at Night in Switzerland) अपने नए किरायेदारों को इस नियम के बारे में साफ समझा देते हैं. साथ ही सोसायटी में नया फ्लैट या मकान खरीदने वाले लोगों को भी इस नियम के बारे में शुरू में ही स्पष्ट कर दिया जाता है. जो लोग इस नियम को मानने से इनकार करते हैं, उन्हे फ्लैट किराये पर देने से इनकार कर दिया जाता है. सोसायटियों के इन नियमों में लोकल पुलिस भी हस्तक्षेप नहीं करती है.