BBC News: बीबीसी इस समय तमाम चुनौतियों का सामना कर रही है. उन सबके बीच ऋषि सुनक सरकार ने बड़ा फैसला किया है. भारतवंशी और चार दशक तक मीडिया जगत का अनुभव रखने वाले समीर शाह को बीबसी की कमान सौंपने का फैसला किया है.
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Samir Shah New BBC Head: दुनिया के अलग अलग मुल्कों में भारतीय मूल के लोग डंका बजाते रहे हैं. इस कड़ी में अब एक और नाम जुट गया है. भारतीय मूल के पत्रकार समीर शाह को ब्रिटेन की सरकार ने बीबीसी में बड़ी जिम्मेदारी देने का फैसला किया है. उन्हें बीबीसी बोर्ड का मुखिया बनाया जाएगा. 71 साल के समीर शाह 1960 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद से ब्रिटेन चले गए थे. समीर शाह की नियुक्ति इसलिए भी अहम है क्योंकि बीबीसी हाल के दिनों में स्वायत्तता और वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रही है.
समीर शाह को चार दशक का अनुभव
मीडिया जगत में करीब 4 दशक का अनुभव रखने वाले शाह जुनिपर टीवी के मालिक हैं. इनका संबंध कंजरवेटिव पार्टी से भी है. इसके अलावा वो यूके सरकार द्वारा बनाए गए रेस एंड एथिनिक डिस्पैरिटीज आयोग के भी हिस्सा रहे थे. बता दें कि इस आयोग की स्थापना 2020 बोरिस जॉनसन के कार्यकाल में हुई थी. उस समय ब्रिटेन में ब्लैक लाइव मैटर्स नाम का आंदोलन जोरों पर था. मार्च 2021 में आयोग ने एक रिपोर्ट पेश की थी जिसके बाद विवाद और गहरा गया था. रिपोर्ट में कहा गया था कि ब्रिटेन में नस्लवाद मौजूद है. हालांकि नौकरियों में भेदभाव के लिए सामाजिक आर्थिक, संस्कृति, धर्म, भौगोलिक वजहें ज्यादा जिम्मेदार हैं,
मुश्किलों के दौर में बीबीसी
समीर शाह बीबीसी की बागडोर उस समय संभालेंगे जब कॉर्पोरेशन को 500 मिलियन पाउंड की कटौती और लाइसेंसिंग फीस पर दो साल की रोक का सामना करना पड़ रहा है. ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सनक ने हाल ही में बीबीसी की बचत का समर्थन किया और कहा कि यह अच्छा होगा कि ब्रॉडकास्टर अपना दायरा कम करे.ब्रिटेन के अंदर खबर के लिए बीबीसी अहम स्रोत है. लेकिन वैश्विक स्तर भी इसकी धाक है. 42 भाषाओं में दुनिया के अलग अलग हिस्सों में सेवा देने वाली बीबीसी के पास करीब 426 मिलियन दर्शकों का आधार है. विश्व सेवा की संपादकीय स्वतंत्रता की रक्षा के संबंध में बीबीसी अध्यक्ष और यूके के विदेश सचिव या उनके प्रतिनिधि वर्ष में कम से कम एक बार मिलते हैं.
रिचर्ड शॉर्प को देना पड़ा था इस्तीफा
बता दें कि बीबीसी की कमान संभाल रहे रिचर्ड शॉर्प ने इसी साल जून के महीने में इस्तीफा देना पड़ा था. उनके ऊपर आरोप लगा था कि उन्होंने पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन को 8 लाख पौंड के लोन में मदद की थी. बीबीसी के मुखिया पर यह जिम्मेदारी होती है कि वो इस संस्थान की स्वायत्ता को बरकरार रखे. वो कोई ऐसा काम ना करे जिसकी वजह से साख पर असर पड़े.