‘मैं 17 साल की थी जब मुझे इस बीमारी का चला पता’…. सऊदी अरब की पहली योग शिक्षिका ने बताया- योग ने कैस बदली उनकी जिंदगी
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‘मैं 17 साल की थी जब मुझे इस बीमारी का चला पता’…. सऊदी अरब की पहली योग शिक्षिका ने बताया- योग ने कैस बदली उनकी जिंदगी

Yoga in Arab Countries: जेद्दा में सऊदी योग समिति द्वारा आयोजित एक वर्कशॉप में 11 अरब देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम का आयोजन खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित 'अरब यूथ एम्पावरमेंट प्रोग्राम' के हिस्से के रूप में

‘मैं 17 साल की थी जब मुझे इस बीमारी का चला पता’…. सऊदी अरब की पहली योग शिक्षिका ने बताया- योग ने कैस बदली उनकी जिंदगी

First Female Yoga Teacher of Saudi Arabia: खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित 'अरब यूथ एम्पावरमेंट प्रोग्राम' के हिस्से के रूप में जेद्दा में सऊदी योग समिति द्वारा आयोजित एक वर्कशॉप में 11 अरब देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. यह वर्कशॉप 22 दिसंबर को शुरू हुई है और 30 दिसंबर 2022 तक चलेगी. इस कार्यक्रम में यूएई, ओमान, यमन, फिलिस्तीन, मिस्र, लीबिया, एलेग्रिया, मोरक्को, ट्यूनीशिया और मॉरिटानिया जैसे अरब देशों ने भाग लिया. कार्यक्रम का उद्देश्य इस क्षेत्र में योग सहित खेल, सांस्कृतिक और मनोरंजक गतिविधयों के विकास से अरब युवा प्रतिनिधिमंडल का परिचय करवाना है.

‘हर किसी की योग तक पहुंच हो’
सऊदी अरब में पहली प्रमाणित योग शिक्षक और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित नौफ मारवाई, जो समिति की प्रमुख भी हैं, ने कहा कि वह चाहती हैं कि हर किसी की अपने जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इस अभ्यास तक पहुंच प्राप्त हो. आज की विश्व चुनौतियों के बीच योग की आवश्यकता है जो राष्ट्रों के बीच शांति का संदेश ला सके.

नौफ मारवाई ने कहा, “सबसे पहले मैं खेल मंत्रालय को इस अवसर के लिए धन्यवाद देती हूं जिसने हमारे अरब भाइयों और बहनों को उनके स्वास्थ्य- शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए इस खूबसूरत कला से परिचित कराया जाए.’

योग से मेरा जीवन बदल गया
योग शिक्षाक ने कहा, ‘मैंने योग का अभ्यास करना एक ऐसे शख्स के रूप में शुरू किया जिसने अपना पूरा बचपन ल्यूपस (ऑटोइम्यून रूमेटिक डिजीज) जैसी बीमारी से पीड़ित होकर बिताया, योग और आयुर्वेद की जीवन शैली का पालन करते हुए, मेरा जीवन बदल गया. मैं चाहती हूं कि हर कोई चाहे वे स्वस्थ हों या पुरानी बीमारी से पीड़ित हों जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इस खूबसूरत अभ्यास तक पहुंच बनाने में सक्षम हो.’

इसके अलावा, मारवाई ने कहा, ‘मुझे 17 साल की उम्र में इस बीमारी का पता चला था, मेरे जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और यह अभी भी अविश्वसनीय है कि बिना किसी अंग क्षति के ल्यूपस का रोगी सामान्य जीवन जीने की क्षमता हासिल कर ले.’

समिति का उद्देश्य योग का प्रसार करना है
प्रतिनिधिमंडल को परिचयात्मक व्याख्यान और कार्यशाला देने के लिए खेल मंत्रालय ने सऊदी योग समिति के साथ सहयोग किया. समिति का उद्देश्य योग की संस्कृति को उसके सभी प्रकारों के साथ फैलाना है, जैसे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए योग (पारंपरिक हठ योग, अयंगर योग, अष्टांग योग आदि), पेशेवर योगासन खेल, और क्षेत्र के देशों के बीच योग चिकित्सा.

समिति अरब दुनिया में समाज के सभी सदस्यों के स्वास्थ्य में सुधार करना चाहती है और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लक्ष्यों के हिस्से के रूप में उनके शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के साथ-साथ कल्याण को बढ़ाने के लिए विशेष रूप से एसडीजी 3 को राज्य के दृष्टिकोण 2030 में अपनाया जा रहा है.

सऊदी योग समिति ने मई 2021 में अपनी स्थापना के बाद से पूरे राज्य में स्वास्थ्य और कल्याण के लिए योग को बढ़ावा देने के लिए बहुत सारी गतिविधियों और पहलों का आयोजन किया है जिसने अन्य अरब देशों का ध्यान खींचा है.

(इनपुट - ANI)

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