Spain PM Kyiv visit EU: स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज यूक्रेन दौरे पर हैं. पेड्रो सांचेज, रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) में जेलेंस्की (Zelensky) और यूक्रेन को अपने देश और यूरोपीयन यूनियन के समर्थन देने के मकसद से कीव पहुंचे हैं. इस अधिकारिक यात्रा में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ एक मंच पर नजर आए सांचेज ने कहा, 'अन्याय के खिलाफ जारी इस लड़ाई में स्पेन यूक्रेन को 'लेपर्ड टैंक' समेत नई बख्तरबंद गाड़ियां और घातक हथियार मुहैया कराएगा.'


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संसद में संबोधन


यूक्रेन की संसद को संबोधित करते हुए सांचेज ने कहा, 'जब तक यह युद्ध चलेगा, हम आपके साथ रहेंगे. मैं यूक्रेन पर रूस के गैरकानूनी और अनुचित आक्रमण के खिलाफ यूरोपीय संघ और पूरे यूरोप के दृढ़ संकल्प को व्यक्त करने के लिए यहां आया हूं.’ इस संबोधन के दौरान यूक्रेन के सांसदों ने खड़े होकर उनका आभार जताया.


स्पेनिश पीएम के दौरे से भड़का रूस?


एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांचेज ने ये भी कहा कि उनका देश, पुनर्निर्माण की जरूरतों में मदद करने के लिए अतिरिक्त 5.5 करोड़ यूरो की मदद यूक्रेन को मुहैया कराएगा. दोनों नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि यूक्रेन के पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्र में रूस के हमले में कुछ और नागरिकों की मौत हो गई और बहुत से लोग घायल हो गए. इस बीच यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा, बीते कुछ घंटों में रूसी हमले में कम से कम तीन नागरिकों की मौत हो गई तथा 17 अन्य घायल हो गए. वहीं दक्षिणी खेरसॉन में शनिवार रात हुए हमले में एक बच्चे समेत 5 लोगों को अस्पताल ले जाना पड़ा.


यूक्रेन को यूरोप का समर्थन


आपको बताते चलें कि यूक्रेन को अमेरिका और यूरोप का फुल सपोर्ट है. समय-समय पर इन देशों के नेता यूक्रेन दौरे पर जाते हैं. वहां की संसद से पुतिन और रूस को ललकारते हैं. फिर यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करके लौट आते है. इसी दौरान कीव को आर्थिक मदद और हथियारों का  इंतजाम कर दिया जाता है. इस चीज से रूस को सख्त नफरत है, इसलिए पुतिन भी गाहे बगाहे अमेरिका और नाटो को उसके इस मैटर से दूर रहने की चेतावनी देते रहते हैं.


ताजा घटनाक्रम के तहत अब स्पेन ने 27 सदस्यीय यूरोपीय यूनियन की अध्यक्षता संभाली है. गौरतलब है कि यूरोपीय संघ की अध्यक्षता हर छह महीने में बारी-बारी से देशों को दी जाती है. ऐसे में जब स्पेन को मौका मिला तो उसने भी यूरोपियन यूनियन का दम दिखाते हुए, रूस पर जुबानी हमला करने में देर नहीं लगाई. सांचेज ने कामकाज संभालते ही यूक्रेन पहुंच गए.