Ukraine Crisis: रूस ने अपनी न्यूक्लियर ड्रिल की मियाद बढ़ाई, अब यूक्रेन कर रहा संघर्ष विराम की अपील
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Ukraine Crisis: रूस ने अपनी न्यूक्लियर ड्रिल की मियाद बढ़ाई, अब यूक्रेन कर रहा संघर्ष विराम की अपील

रूस ने रविवार को यूक्रेन (Ukraine) की उत्तरी सीमाओं के पास चल रहे सैन्य अभ्यास को आगे बढ़ा दिया है. इससे घबराए यूक्रेन ने दोनों पक्षों में संघर्ष विराम की अपील की है. 

Ukraine Crisis: रूस ने अपनी न्यूक्लियर ड्रिल की मियाद बढ़ाई, अब यूक्रेन कर रहा संघर्ष विराम की अपील

Ukraine Crisis: रूस ने रविवार को यूक्रेन (Ukraine) की उत्तरी सीमाओं के पास चल रहे सैन्य अभ्यास को आगे बढ़ा दिया है. वहीं, पूर्वी यूक्रेन में सैनिकों और रूस समर्थित अलगाववादियों के बीच लगातार दो दिन हुई गोलाबारी से हमले की आशंका और बढ़ गई है. 

  1. बेलारूस से 3 घंटे में हो सकता है कीव पर हमला
  2. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने की संघर्ष विराम की अपील
  3. यूरोपीय संघ ने दी प्रतिबंधों की धमकी

बेलारूस के रक्षा मंत्री विक्टर ख्रेनिन ने कहा है कि यूक्रेन (Ukraine) को लेकर बढ़ते तनाव के कारण रूसी सैनिकों (Russia Ukraine Conflict) के साथ उनके देश का संयुक्त अभ्यास जारी रहेगा. पहले के कार्यक्रम के मुताबिक यह अभ्यास रविवार को खत्म होना था लेकिन अब इसे आगे बढ़ा दिया गया है. 

बेलारूस से 3 घंटे में हो सकता है कीव पर हमला

यूक्रेन की उत्तरी सीमा बेलारूस से लगती है, जहां वाहनों से पहुंचने में तीन घंटे से भी कम का समय लगता है. रूसी (Russia) सैनिकों की मौजूदगी से पश्चिमी देशों को आशंका है कि वे वहां से यूक्रेन की राजधानी कीव में घुस सकते हैं. उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का अनुमान है कि बेलारूस में 30,000 रूसी सैनिक हैं. कीव की आबादी करीब 30 लाख है.

पश्चिमी देशों के नेताओं ने आगाह किया है कि रूस अपने पड़ोसी देश यूक्रेन (Ukraine) पर हमला कर सकता है और उसने सीमा के तीनों तरफ लगभग 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है. रूस ने शनिवार को पड़ोसी देश बेलारूस में परमाणु हथियारों और पारंपरिक युद्धाभ्यास किया. काला सागर तट के पास भी उसके नौसैनिकों ने अभियान में हिस्सा लिया.

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने की संघर्ष विराम की अपील

अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने आशंका जताई है कि रूस (Russia) हमला करने के बहाने तलाश रहा है. पश्चिमी देशों ने हमले की स्थिति में तत्काल प्रतिबंध लगाने की चेतावनी भी दी है. इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बैठक करके संकट का हल निकालने का प्रस्ताव दिया. साथ ही रविवार को ट्वीट करके संघर्ष विराम की अपील की. जेलेंस्की के इस प्रस्ताव पर रूस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन (Ukraine) पर हालात को भड़काने और नाटो पर यूक्रेन में आधुनिक हथियार और गोला-बारूद पहुंचाने के लिए दोषी ठहराया है. रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ ने जेलेंस्की की अपील पर कुछ नहीं कहा है. वहीं फ्रांस ने कहा है कि समस्या का हल निकालने के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और जर्मनी के चांसलर Scholz की जल्द ही बैठक हो सकती है. 

यूरोपीय संघ ने दी प्रतिबंधों की धमकी

उधर यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रविवार को चेतावनी देते हुए कहा, ‘ऐसे में जब रूस मिसाइल परीक्षण करता रहता है और सैनिकों को इकट्ठा करना जारी रखता है हम हमेशा शांति-सद्भावना की पेशकश नहीं कर सकते.’ उन्होंने कहा, ‘एक बात निश्चित है. अगर आगे सैन्य आक्रमण होता है तो हम और बड़े प्रतिबंध लगाएंगे.’

यूरोपीय संघ (ईयू) की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने ने भी रूस (Russia) को चेतावनी दी है. उर्सुला ने शनिवार को कहा कि रूस अगर यूक्रेन पर हमला करता है तो पश्चिमी प्रतिबंधों के तहत मास्को के पास केवल सीमित वित्तीय बाजारों और सीमित अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी सामान तक पहुंच होगी.

आस्ट्रिया और जर्मनी ने जारी की एडवाइजरी

इसी बीच अगले कुछ दिनों में युद्ध होने की आशंका के बीच जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है. जर्मन विमानन कंपनी लुफ्थांसा ने राजधानी कीव और ओडेसा के लिए उड़ानें रद्द कर दीं. कीव में नाटो के संपर्क कार्यालय ने कहा कि यह कर्मचारियों को ब्रसेल्स और पश्चिमी यूक्रेन शहर लविव में स्थानांतरित कर रहा है. एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा था कि यूक्रेन सीमा के आसपास तैनात सुरक्षा बलों के अनुमानित तौर पर 40 से 50 प्रतिशत जवान सीमा के पास हमले की स्थिति में तैनात हैं.

रूस (Russia) और अमेरिका के बीच वार्ता के भी प्रयास हो रहे हैं. अमेरिकी और रूसी रक्षा प्रमुखों ने शुक्रवार को बात की. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव अगले सप्ताह मिलने पर सहमत हुए हैं.

पूर्वी यूक्रेन में भड़क रहा युद्ध का खतरा

फिलहाल, सबसे ज्यादा खतरा पूर्वी यूक्रेन (Ukraine) में है, जहां अलगाववादी संघर्ष 2014 में शुरू हुआ और इसमें 14,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. अलगाववादी और यूक्रेन के सैनिक लगभग आठ वर्षों से लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों पक्षों को अलग करने वाली सीमा पर हिंसा हाल के दिनों में बढ़ गई है.

रूस (Russia) ने शनिवार को कहा कि पूर्वी यूक्रेन की सरकार के कब्जे वाले हिस्से से दागे गए कम से कम दो गोले सीमा पार गिरे. हालांकि यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने दावे को इसे एक फर्जी बयान बताते हुए खारिज कर दिया था.

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दो क्षेत्रों पर रूस समर्थकों का कब्जा

यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस (Russia) समर्थक अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने शनिवार को एक बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की और रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया. लुहांस्क में भी एक अन्य अलगाववादी नेता लियोनिद पेसेचनिक ने भी ऐसी ही घोषणा की है.

इस बीच, पूर्वी यूक्रेन (Ukraine) में यूक्रेनी सेना के अधिकारियों पर गोलाबारी की गई. अधिकारियों ने गोलाबारी से बचने के लिए क्षेत्र में बनाए गए बम रोधी आश्रय स्थल में शरण ली. बाकी अन्य जगहों पर यूक्रेन के सैनिकों ने कहा कि उन्हें जवाबी गोलीबारी नहीं करने के आदेश दिए गए हैं.

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