एक प्रेस वार्ता में जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष जोआना रोनेका से भारत के इस ऐतिहासिक फैसले को यूएनएससी के प्रस्ताव का उल्लंघन बताने संबंधी पाकिस्तान के दावे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस पर कोई जवाब नहीं दिया, बल्कि अपना पर्स उठाया और वह चली गईं.
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नई दिल्ली : जम्मू और कश्मीर से भारत द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने से पाकिस्तान इस कदर बौखलाया हुआ है कि अब दुनिया के सामने अपना रोना रो रहा है. उसने इस मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को एक पत्र भी लिखा है, लेकिन पाकिस्तान को इस मामले में यूएनएससी से झटका मिला है. यहां तक की एक प्रेस वार्ता में जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष जोआना रोनेका से भारत के इस ऐतिहासिक फैसले को यूएनएससी के प्रस्ताव का उल्लंघन बताने संबंधी पाकिस्तान के दावे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस पर कोई जवाब नहीं दिया, बल्कि अपना पर्स उठाया और वह चली गईं.
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष जोआना रोनेका से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा गया कि पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को एक पत्र लिखा गया है, इस पर आपका क्या जवाब है? इस सवाल को सुनते ही जोआना रोनेका ने अनसुना कर दिया और वह अपना पर्स उठाकर चल दीं. इस तरह साफ हो गया कि संयुक्त राष्ट्र भी इस मसले पर कोई हस्तक्षेप करने में मूड में नहीं है.
#WATCH Joanna Wronecka, President of the United Nations Security Council (UNSC) refuses to comment on Pakistan’s letter to UN regarding the abrogation of Article 370 in Jammu & Kashmir. pic.twitter.com/FWDaT4CAi0
— ANI (@ANI) August 8, 2019
पाकिस्तान को झटका: UNSC ने नहीं दिया 'भाव', अमेरिका बोला, 'कश्मीर पर हमारी नीति में बदलाव नहीं'
इसके साथ ही अमेरिका से भी पाकिस्तान को झटका लगा है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने साफतौर पर कहा है कि कश्मीर पर अमेरिका की नीति में कोई बदलाव नहीं होगा. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मॉर्गन ओर्टागस ने मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए साफ किया कि कश्मीर में अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि हमारे भारत और पाकिस्तान के बीच कई सारे मामले हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका आए. लेकिन वह कश्मीर के लिए नहीं आए थे. कश्मीर एक ऐसा मुद्दा है जिसे हम काफी नजदीक से देख रहे हैं. लेकिन इसके अलावा भी कई सारे ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर हम भारत और पाकिस्तान के साथ काफी नजदीक से काम कर रहे हैं.