US Election 2024: डोनाल्ड ट्रंप तो इतिहास रचकर दोबारा अमेरिका राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत गए हैं, लेकिन उनके समर्थकों के लिए एक नई समस्या खड़ी हो गई है. अमेरिकी महिलाओं के एक बड़े तबके ने इनके खिलाफ अजीब मोर्चा खोल दिया है.
Trending Photos
Trump Victory: अमेरिकी राष्ट्रपति पद पर ट्रंप का काबिज होना कई अमेरिकी महिलाओं को रास नहीं आ रहा है. यही वजह है कि इन महिलाओं ने चुनाव नतीजे आने के कुछ घंटों बाद ही ट्रंप समर्थकों के खिलाफ एक अजीब विरोध छेड़ दिया है. महिलाओं द्वारा इस विरोध के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहे हैं. इसे 4B मूवमेंट नाम दिया गया है.
यह भी पढ़ें: दुनिया की सबसे खूबसूरत मानी गई इस महिला में आखिर ऐसा क्या है?
क्या है 4B मूवमेंट?
सोशल मीडिया पर अमेरिकी महिलाओं के इस मूवमेंट को लेकर जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, उनमें महिलाएं कह रही हैं कि वे अगले चार साल तक ऐसे पुरुषों से दूरी बनाकर रखेंगी, जिन्होंने ट्रंप को वोट दिया. ये महिलाएं दक्षिण कोरिया के एक फेमिनिस्ट मूवमेंट की तर्ज पर ऐसे पुरुषों का बहिष्कार कर रही हैं, जिन्होंने चुनाव में ट्रंप को समर्थन दिया. इसके तहत वे 4 साल तक ऐसे पुरुषों के साथ ना तो डेटिंग करेंगी और ना उनसे शादी करेंगी. इसे ही 4B मूवमेंट कहा जा रहा है.
यह भी पढ़ें: अभी तो मैं जवान हूं! ट्रंप की उम्र तो कुछ भी नहीं इन 80-90 पार राष्ट्रप्रमुखों की लिस्ट तो देख लीजिए
ट्रंप समर्थकों से नहीं रखेंगी रिश्ता
टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, कई लिबरल महिलाओं ने तय किया है कि वे ट्रंप को व्हाइट हाउस पहुंचाने में मदद करने वाले पुरुषों का 4 साल के लिए बायकॉट करेंगी. यानी कि अगले चार साल में ये महिलाएं इन पुरुषों को ना तो डेट करेंगे, ना ही शादी करेंगे, ना सेक्स करेंगी और ना ही उनके साथ बच्चे पैदा करेंगी. जाहिर है यह ट्रंप समर्थकों के लिए एक बड़ी मुश्किल है.
दक्षिण कोरिया में भी चला था 4B मूवमेंट?
2010 के दशक में दक्षिण कोरिया में 4B मूवमेंट चलाया गया था, जिसमें पुरुषों का बहिष्कार किया गया था. दरअसल, कोरियाई भाषा में B का मतलब होता है नहीं.
कमला हैरिस को देखना चाहती थीं पद पर
अमेरिका में कभी भी कोई महिला राष्ट्रपति के पद पर नहीं चुनी गई है. यही वजह है कि इस साल बड़े पैमाने पर महिलाएं कमला हैरिस को जीतते देखना चाहती थीं. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. वहीं ट्रंप की छवि महिला विरोधी की है और उन पर इसके कई मामले भी चल रहे हैं. यही वजह है कि महिलाओं ने ट्रंप समर्थकों का बहिष्कार करने का फैसला किया.