Vladimir Putin: जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) का आयोजन दिल्ली में 9 से 10 सितंबर को होगा, जिसमें व्लादिमीर पुतिन शामिल हो सकते हैं. इसके बाद चर्चा है कि क्या पुतिन, पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की वजह से अपनी रणनीति बदल रहे हैं.
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Vladimir Putin may Visit India: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के बीच गहरा संबंध है. दोनों अक्सर कहते रहे हैं कि रूस और भारत की दोस्ती अटूट है. अब पीएम मोदी की वजह से पुतिन अपनी रणनीति में बदलाव कर सकते हैं और जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आ सकते हैं. व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव (Dmitry Peskov) ने यह जानकारी दी.
अंतिम फैसला होना अभी बाकी: दमित्री पेस्कोव
दमित्री पेस्कोव (Dmitry Peskov) ने बताया कि भारत में सितंबर में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) में भाग ले सकते हैं. हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस बारे में अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं किया गया है. यह पूछे जाने पर कि भारत में होने वाले शिखर सम्मेलन में क्या व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) भाग ले सकते हैं. इस पर दमित्री पेस्कोव ने कहा, 'इससे इनकार नहीं किया जा सकता.'
पीएम मोदी की वजह से पुतिन बदलेंगे अपनी रणनीति?
बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) का आयोजन दिल्ली में 9 से 10 सितंबर को होगा, जिसमें व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) शामिल हो सकते हैं. इसके बाद चर्चा है कि क्या पुतिन, पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की वजह से अपनी रणनीति बदल रहे हैं, क्योंकि पिछले 2 सालों से वो जी-20 समिट में शामिल नहीं हो रहे हैं.
इंडोनेशिया के बाली में पिछले साल हुए जी-20 नेताओं के मंच पर रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उसके विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergey Lavrov) ने किया था. 2021 में रोम में आयोजित जी-20 सम्मेलन में भी व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) शामिल नहीं हुए थे और कोरोना का हवाला देते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे. 2020 के भी जी-20 सम्मेलन को पुतिन ने डिजिटल तरीके से संबोधित किया था.
पुतिन का आना भारत के लिए बेहद अहम
अगर व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आते हैं तो कूटनीतिक तौर पर यह भारत की बड़ी जीत होगी. क्योंकि, इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक जैसे पश्चिमी देशों के दिग्गज नेता शामिल होंगे, जिनकी मुलाकात रूस-युद्ध की शुरुआत के बाद से नहीं हुई है. अगर भारत इन सभी को एक मंच पर लाने में सफल रहता है तो दुनियाभर में भारत का कद और बढ़ जाएगा.
जी-20 प्रारूप में रूस की पूर्ण भागीदारी: पेस्कोव
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी 'तास' ने दमित्री पेस्कोव (Dmitry Peskov) के हवाले से कहा, 'अभी तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के जी-20 बैठक में शामिल होने को लेकर कोई आखिरी फैसला नहीं किया गया है.' पेस्कोव ने कहा, 'रूस जी-20 प्रारूप में अपनी पूर्ण भागीदारी जारी रखे हुए है और हम इसे बनाए रखने का इरादा रखते हैं.'
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)
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