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कीव: यूक्रेन (Ukraine) में कहर बरपा रही रूसी सेना (Russian Troops) के वाहनों पर बना 'Z' का निशान चर्चा (Z Symbol on Russian Military Vehicles) का विषय बना हुआ है. हालांकि, सभी सैन्य वाहनों पर एक जैसा Z नहीं है. कुछ पर Z सीधा लिखा है और कुछ पर इसे एक त्रिकोण में लिखा गया है. सोशल मीडिया पर इसके अलग-अलग मतलब निकाले जा रहे हैं. हालांकि, अब तक रूस की तरफ से इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है.
रूस का समर्थन करने वालों (Russian Supporters) के बीच Z का ये निशान बेहद लोकप्रिय हो गया है. वो Z छपी टी-शर्ट पहन रहे हैं, अपने वाहनों पर इसका स्टिकर लगा रहे हैं. रिसर्च ग्रुप 'द विल्सन सेंटर' से जुड़े कामिल गालेव का कहना है कि कुछ लोग Z का अर्थ ज़ा पोबेडी (जीत के लिए) बता रहे हैं, जबकि कुछ इसकी Zapad यानी वेस्ट के रूप में व्याख्या कर रहे हैं. हालांकि, अन्य जानकारों का मानना है कि रूसी सेना के वाहनों पर Z इसलिए प्रिंट किया गया है, ताकि युद्ध के मैदान में सैनिकों से अपने वाहनों को पहचानने में कोई चूक न हो.
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"Z" is a letter that Russian Military are putting on their vehicles departing to Ukraine. Some interpret "Z" as "Za pobedy" (for victory). Others - as "Zapad" (West). Anyway, this symbol invented just a few days ago became a symbol of new Russian ideology and national identity pic.twitter.com/iWuBPhhdEb
— Kamil Galeev (@kamilkazani) March 6, 2022
पिछले महीने, डिफेंस थिंक टैंक RUSI के पूर्व निदेशक प्रोफेसर माइकल क्लार्क ने स्काई न्यूज को बताया कि था ये प्रतीक किसी यूनिट या वाहनों की लोकेशन के बारे में बताते हैं. 'Z'को पहली बार 22 फरवरी को डोनेट्स्क क्षेत्र में प्रवेश करने वाले रूसी वाहनों पर देखा गया था. कई ट्वीट में यह भी दावा किया गया है कि इसका मतलब Infantries से है. वहीं, 'इंडिपेंडेंट' के अनुसार, जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया था तब भी उसके सैन्य वाहनों पर Z का निशान दिखाई दिया था.
'टेलीग्राफ' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह के निशान का प्रयोग रोसवार्दिया ट्रूप्स (Rosgvardia Troops) के लिए किया जाता है. रोसवार्दिया ट्रूप्स का मतलब है रशियन नेशनल गार्ड से है. यह सेना के जवानों से अलग हैं. रोसवार्दिया ट्रूप्स की हर कार्रवाई की जानकारी सीधे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को होती है. रोसवार्दिया ट्रूप्स को कहीं भी कब्जा और घुसपैठ करने का प्रशिक्षण भी मिला होता है.
This is a giant red flag. These are Rosgvardia troops and Avtozaks (prisoner transport trucks) with the "Z" markings in Belgorod. A strong indication that Rosgvardia troops would take part in any invasion. https://t.co/Vpzf511A2P pic.twitter.com/3TgbuOesQl
— Rob Lee (@RALee85) February 22, 2022
वहीं, रूसी डिफेंस पॉलिसी की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट रॉब ली ने भी इस बारे में ट्वीट किया है. उनका कहना है कि यह एक तरह का रेड फ्लैग होता है. यह निशान उन वाहनों पर लगाया जाता है जिनमें कैदियों को ले जाया जाता है. आमतौर पर बेल्गोरॉड इलाके में ऐसी गाड़ियों पर Z का निशान दिखता है.