Houthis War Against Israel: यमन (Yemen) में हूती विद्रोहियों (Houthi Rebels) के ठिकाने पर अमेरिकी-ब्रिटिश सेना ने बमबारी की है. टॉमहॉक मिसाइल-फाइटर जेट से निशाना बनाया है. हूती का एयर डिफेंस सिस्टम, हथियार डिपो तबाह हुए हैं. ब्रिटिश सेना ने एक फुटेज जारी किया है जिसमें कई टाइफून जेट साइप्रस के एक एयरबेस से उड़ान भरकर अपने टारगेट की ओर बढ़ते दिख रहे हैं. हवाई हमलों के बाद यमन के कई शहर दहल गए हैं. इस बीच, रूस सीधे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पहुंच गया है. रूस ने अमेरिका और ब्रिटेन के यमन पर हमलों पर चर्चा की मांग की है. हालांकि, यमन फिर भी सुधरने के नाम नहीं ले रहा है. हूती के प्रवक्ता ने बयान जारी करके कहा है कि वह डरने वाले नहीं हैं. वह इजरालियों पर हमले जारी रखेंगे. आइए जानते हैं कि हूती कौन हैं? उनका मकसद क्या है?


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कौन हैं हूती विद्रोही?


बता दें कि हूती विद्रोही शिया जैदी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. हूती विद्रोही यमन में अल्पसंख्यक समूह है. हूती विद्रोहियों के संगठन का गठन 1990 में हुआ था. उनके संगठन का नाम हुसैन अल हूती के नाम पर है. हूती विद्रोही अमेरिका-इजरायल को दुश्मन मानते हैं और हमास-हिज्बुल्लाह का समर्थन करते हैं. हूती विद्रोही यमन में राजनीतिक रूप से मजबूत हैं. दावा है कि ईरान उन्हें बैक करता है. हथियार मुहैया कराता है. हूती विद्रोही एक तरह से ईरान के टूल हैं. ईरान के इशारे पर अमेरिका-इजरायल के खिलाफ काम करता है.


बाइडेन का ऑर्डर से हूती पर हमला


जान लें कि यमन में हूती विद्रोहियों के कई ठिकानों पर हमला हुआ है. यूके, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा और नीदरलैंड का हमले को समर्थन है. लाल सागर में हूती के हमलों का जवाब दिया है. लाल सागर में हूती विद्रोहियों ने 27 हमले किए थे. हूती के हमलों से 50 देश प्रभावित हुए थे. हूती को हमले रोकने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन वो फिर भी नहीं रुके और अब जवाबी हमला झेल रहे हैं.


हूती विद्रोहियों पर हमले का मकसद


गौरतलब है कि हूती विद्रोहियों पर हमले का मकसद उनकी सैन्य क्षमता को खत्म करना है. हूती विद्रोही हमास का समर्थन करते हैं. हूती विद्रोही लाल सागर में व्यापारिक जहाजों पर हमला करते हैं. हूती विद्रोही इजरायली जहाजों पर लाल सागर में हमला कर चुके हैं. इजरायल के समर्थन में अमेरिका-ब्रिटेन हैं. हूती विद्रोही इजरायल और अमेरिका को लगातार धमकी देते रहते हैं.


कितने खतरनाक हैं हूती विद्रोही?


जान लें कि लाल सागर में हूती विद्रोहियों का आतंक है. हूती विद्रोहियों की वजह से 2000 से ज्यादा जहाजों के रूट बदल चुके हैं. हूती विद्रोहियों के हमले नहीं रुके तो सप्लाई रूट प्रभावित हो सकता है. हूती विद्रोहियों के हमले का असर साफ दिख रहा है. हूती विद्रोहियों पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से बयान भी जारी किया गया. उसमें कहा गया कि आज मेरे निर्देश पर अमेरिकी सैन्य बलों ने यूनाइटेड किंगडम के साथ मिलकर और ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा और नीदरलैंड के समर्थन से यमन में कई ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमले किए.