नई दिल्लीः Aaj Ka Panchang, Navratri 2023: आज चैत्र नवरात्रि का पांचवां दिन है. आज माता के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता की पूजा की जाती है. मां स्कंदमाता को मोक्ष के द्वार खोलने वाली मां के रूप में पूजा जाता है. स्कंदमाता को मां कार्तिकेय की मां माना जाता है. भगवान कार्तिकेय को स्कंद कुमार के रूप में भी जाना जाता है. स्कंदमाता की चार भुजाएं हैं. उनके दो हाथों में कमल और एक हाथ में स्कंदबीज बालरूप में हैं. वहीं एक हाथ में तीर है.
स्कंदमाता को लगाना चाहिए केले का भोग
स्कंदमाता कमल पर विराजमान हैं. उनका वाहन शेर है. स्कंदमाता को केले का भोग लगाना चाहिए. मां की पूजा से भक्तों की सभी मनोकामना पूरी होती है. माता हर कठिनाई को दूर करती है.
आज चैती छठ का खरना भी है. आज से व्रती 36 घंटा का कठिन व्रत रखेंगे. इसके बाद कल शाम को सूर्य भगवान को अर्घ्य देंगे. आज रविवार भी है. रविवार का दिन सूर्य उपसना का दिन माना जाता है. ऐसे में जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर हैं, वे भगवान सूर्य को जल चढ़ाएं. यह काम नियमित रूप से करना चाहिए.
आज का पंचांग
चैत्र - शुक्ल पक्ष
तिथि - पंचमी तिथि शाम 4.33 बजे तक इसके बाद षष्ठी तिथि
दिन - रविवार
नक्षत्र - कृत्तिका नक्षत्र
महत्वपूर्ण योग - प्रीति
करण - बालव
दिशाशूल - पश्चिम
चंद्रम का दिन-रात वृष राशि में संचरण
आज का शुभ मुहूर्त
आज अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 02 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा. अगर आप कोई नया काम शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह आपके लिए सबसे उपयुक्त समय है.
आज का राहुकाल
आज दोपहर बाद 4 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 6 बजे तक राहुकाल रहेगा. किसी भी जातक को इस काल में कोई नया काम शुरू करने से बचना चाहिए. अगर आप इस काल में कोई नया काम शुरू करते हैं, तो आपको भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.
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