Sawan Somwar: सावन के पहले सोमवार पर इन नियमों के साथ रखें व्रत, दूर होंगे रोग

Sawan Somwar: सोमवार का व्रत करने से चंद्रग्रह मजबूत होता है, जिससे फेफड़ों की बीमारियां, दमा और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है. अविवाहित लड़कियों के लिए यह व्रत बहुत लाभदायी होता है. मान्यता है कि 16 सोमवार व्रत करने पर लड़कियों को उत्तम वर की प्राप्ति होती है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 2, 2022, 11:53 AM IST
  • सावन में इन उपायों से होती है कृपा
  • सावन में व्रत रखने से होता है ये लाभ
Sawan Somwar: सावन के पहले सोमवार पर इन नियमों के साथ रखें व्रत, दूर होंगे रोग

नई दिल्ली: Sawan Somwar: आज सावन मास का पहला सोमवार है. सावन और देवों के देव महादेव का बहुत गहरा नाता है, सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. भगवान विष्णु के सो जाने के बाद सावन के महीने में रुद्र ही सृष्टि के संचालन करते हैं इसलिए देशभर में सभी शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंचती है. शिवभक्त सावन में सोमवार के दिन उपवास रखते हैं. पुराणों में बताया गया है कि अन्य दिनों की अपेक्षा सावन में शिव की सच्चे मन से पूजा करने पर कई गुना लाभ मिलता है.

सावन में इन उपायों से होती है कृपा
लक्ष्मी की स्थायी कृपा चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज चावल चढ़ाएं, लेकिन चावल अखंडित होने चाहिए.
बिल्व पत्रों पर चंदन से ॐ नमः शिवाय लिखें. इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं.
शिवलिंग पर रोज धतूरा चढ़ाने से घर और संतान से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं. ये उपाय संतान को सभी कार्यों में सफलता दिलाता है.
नियमित रूप से आंकड़े के फूलों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं.
नियमित रूप से ऐसे शिव मंदिर में दीपक जलाएं, जो सुनसान स्थान पर हो.
कच्चे दूध में शक्कर मिलाएं और तांबे के लोटे से शिवलिंग पर रोज चढ़ाएं. इस उपाय से दिमाग तेज चलेगा और ज्ञान बढ़ेगा.

सोमवार व्रत में करें इन नियमों का पालन
सावन में सोमवार का व्रत दिन के तीसरे पहर यानी शाम तक रखा जाता है. सुबह स्नान आदि नित्य कर्म के बाद व्रत का संकल्प करना चाहिए. इसके बाद गंगाजल, बेलपत्र, सुपारी, पुष्प, धतूरा, भांग आदि से पूजन करना चाहिए. इसके साथ ही भगवान शंकर की विधिपूर्वक पूजा करने के बाद व्रत कथा सुनना अनिवार्य माना गया है. साथ ही शिव मंत्रों का जप करें. ऐसे माना जाता है कि सावन मास के सोमवार व्रत करने से पूरे वर्ष के सभी सोमवार व्रतों का फल मिल जाता है.

व्रती को तीसरा पहर खत्म होने के बाद एक ही बार भोजन करना चाहिए. रात्रि के समय जमीन पर सोना चाहिए. इस तरह से सावन के प्रथम सोमवार से लेकर अंतिम सोमवार तक इस व्रत का पालन करना चाहिए. सिर्फ सावन के सोमवार ही नहीं, शिवजी से जुड़े सभी व्रत तीन पहर तक किए जाते हैं.

सावन में व्रत रखने से होता है ये लाभ
सोमवार का व्रत करने से चंद्रग्रह मजबूत होता है, जिससे फेफड़ों की बीमारियां, दमा और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है. अविवाहित लड़कियों के लिए यह व्रत बहुत लाभदायी होता है. मान्यता है कि 16 सोमवार व्रत करने पर लड़कियों को उत्तम वर की प्राप्ति होती है. साथ ही चंद्रग्रह के मजबूत होने से व्यवसाय व नौकरी से संबंधित समस्या दूर होती है.

पुराणों में बताया गया है कि जो भी भक्त सच्चे मन से सावन के सोमवार में शिवजी की पूजा करता है, उसे शिवलोक की प्राप्ति होती है. साथ ही उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. शिवजी आपके सभी संकटों को दूर करके जीवन में आनंद भर देते हैं.

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