नई दिल्लीः कोरोना वायरस 4 महीन बाद भी कामकाज ठप किए हुए है, बल्कि अब तो यह लोकतंत्र के स्तंभ माने जाने वाले कार्यों पर भी असर डालने लगा है. दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ा है और यहां प्रशासनिक-राजनीतिक अमलों के क्रियाकलापों पर अब बुरा असर पड़ने लगा है. बिगड़ती हुई स्थिति को देखते हुए दिल्ली में एक बड़ा फैसला लिया गया है. यह फैसला हाईकोर्ट से जुड़ा हुआ है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगी मामलों की सुनवाई
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के तेजी से हो रहे प्रसार को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया गया है. दिल्ली हाईकोर्ट ने 30 जून तक अपने सारे कामकाज को स्थगित कर दिया है. हाईकोर्ट के अधीनस्थ न्यायालयों में इस दौरान कोर्ट नहीं लगाया जाएगा.
Delhi High Court further suspends its & subordinate courts' functioning till June 30 in view of #COVID19. Hearings of urgent matters via video conferencing will continue as earlier. pic.twitter.com/c7ql7ycODv
— ANI (@ANI) June 13, 2020
वहीं तमामत जरूरी मामलों के लिए हाईकोर्ट ने एक विशेष व्यवस्था की है. हाईकोर्ट का कहना है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जरूरी मामलों की सुनवाई पहले की तरह जारी रहेगी. माना जा रहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एहतियात के तौर पर ये फैसला लिया गया है.
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रविवार को अमित शाह करेंगे बैठक
दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या 36 हजार 824 हो गयी है. बढ़ती समस्या पर गृहमंत्री अमित शाह अब एक्शन मोड में आ गए हैं. जानकारी के मुताबिक दिल्ली की केजरीवाल सरकार के ढीले पड़ते तेवरों के बीच खुद दिल्ली को बचाने के लिए गृहमंत्री अमित शाह आगे आ गए हैं. उन्होंने अरविंद केजरीवाल के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक बुलायी है.
शनिवार को अमित शाह के कार्यालय की तरफ से ट्वीट किया गया, 'गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन दिल्ली में कोरोना के संदर्भ में स्थिति की समीक्षा के लिये दिल्ली के उप-राज्यपाल, मुख्यमंत्री और एसडीएमए के सदस्यों के साथ रविवार 14 जून की सुबह 11 बजे बैठक करेंगे. इस दौरान मीटिंग में एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.'
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