नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से सटे हरियाणा में सरकार बनाना भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है. शायद यही वजह है कि भाजपा दिग्गजों ने गुरुवार को चुनाव परिणाम आने के बाद देर रात तक बैठक करके रणनीति तैयार की.
देर रात तक चलता रहा शाह और नड्डा का मंथन
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से आधी रात के बाद अपने निवास पर मुलाकात की. इस बैठक में शिरकत करने के लिए नड्डा अपने साथ हरियाणा भाजपा के प्रभारी अनिल जैन और नेता बीएल संतोष को भी लेकर गए थे. इन सभी वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने देर रात तक बैठक करके हरियाणा में सरकार बनाने की संभावनाओं पर विचार किया.
निर्दलीय विधायकों का समर्थन
पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात के पहले कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूरी तैयारी कर ली थी. उन्होंने हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा से मुलाकात कर ली थी. कांडा को अपने साथ लेकर भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल चंडीगढ़ से दिल्ली पहुंची थीं. उन्होंने दावा किया कि कई और निर्दलीय विधायक भाजपा का समर्थन करने के लिए तैयार हैं. उधर हरियाणा भाजपा प्रभारी अनिल जैन ने भी रानिया से जीते निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह के साथ मुलाकात कर ली थी.
भाजपा ने जुटा लिया है संख्या बल
90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में सरकार बनाने के लिए आधी से ज्यादा यानी 45+1 (46) सीटें चाहिए. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि हरियाणा में जीते हुए 9 निर्दलीय विधायकों में से 8 विधायक भाजपा को समर्थन देने के लिए तैयार हो गए हैं. 40 सीटें जीतने वाली भाजपा यदि विधानसभा में विश्वासमत के दौरान इन 8 विधायकों का मत हासिल कर लेती है, तो उसके पास 48 विधायक हो जाएंगे. जो कि बहुमत से 2 ज्यादा हैं.
शाम तक तय हो जाएगी सूरत
हरियाणा में किसकी सरकार बनने वाली है, यह आज शाम तक तय हो जाएगा. खबरों के मुताबिक मनोहर लाल खट्टर की मुलाकात भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश प्रभारी अनिल जैन से आज शाम मुलाकात होने वाली है. जिसमें वह हरियाणा विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए भाजपा की रणनीति के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे.
Haryana CM ML Khattar (in file pic) to hold a meeting with BJP Working President JP Nadda and party's Haryana In-charge Anil Jain today. #HaryanaElections2019 pic.twitter.com/LINtKbc4bv
— ANI (@ANI) October 25, 2019
खबर है कि भाजपा मनोहर लाल खट्टर को दोबारा मुख्यमंत्री बना सकती है. पीएम मोदी ने भी इस बात का संकेत दिया है.
Prime Minister Narendra Modi: Devendra Fadnavis ji and Manohar Lal ji both were first time chief ministers, they did not even have the experience as ministers. And for 5 years they kept working for people's welfare and as a result people have again put their faith in them. pic.twitter.com/Y5O5sA3cjs
— ANI (@ANI) October 24, 2019