लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा फैसला किया है. लंबी चर्चा के बाद उन्होंने ऐलान कर दिया कि वे भी चुनाव मैदान में उतरेंगे.
मौजूदा समय में सीएम योगी विधानसभा के सदस्य नहीं हैं बल्कि वे विधान परिषद के सदस्य हैं.
विधानसभा सीट पर अभी फैसला नहीं
सीएम योगी किस सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, इस पर फैसला नहीं हुआ है. सीएम योगी ने खुद कहा कि उनके चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी फैसला करेगी. पार्टी जहां से कहेगी, वे वहां से इलेक्शन लड़ेंगे.
मूल रूप से गोरखपुर है सीएम योगी का क्षेत्र
सीएम योगी आदित्यनाथ जब तक मुख्यमंत्री नहीं थे, तब तक वे हमेशा गोरखपुर से ही सांसद रहे. माना जा रहा है इसी जिले की किसी सीट से वे विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. अयोध्या जिले के किसी सीट से भी चुनाव लड़ने की उम्मीद है.
उनका गृह जनपद और कार्यक्षेत्र मूल रूप से गोरखपुर रहा है. हालांकि सीएम योगी सिर्फ एक ही विधानसभा सीट से प्रत्याशी होंगे या दो सीटों से, इस पर कोई जानकारी नहीं दी गई है.
चरम पर यूपी चुनाव का प्रचार अभियान
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान चरम पर है. हर दिन सियासी दल बड़े वादे करके जनता को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम योगी भी रोजाना 4-5 से जनसभाएं कर रहे हैं.
शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इसमें सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी पर कई आरोपी लगाए.
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उन्होंने कहा, "रामपुर का चाकू कभी रक्षा के काम आता था. समाजवादी पार्टी की सरकार में दलितों की जमीनों और गरीबों की संपत्तियों पर कब्जा करने का वह माध्यम बन गया था."
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