Bengal Chunav: पहले चरण की वोटिंग सुनिश्चित करेगी बंगाल में दीदी या BJP की जीत

बंगाल में पहले चरण के रण में 27 मार्च को जहां वोट डाले जाने हैं वो ममता बनर्जी का गढ़ है. 2016 के विधानसभा चुनाव में यहां की 90% सीटों पर TMC ने कब्जा किया था, लेकिन क्या इस बार ऐसा हो पाएगा? क्या 2016 की तरह 2021 में समीकरण ममता के साथ हैं?

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 25, 2021, 10:02 PM IST
  • ममता दीदी के लिए अग्निपरीक्षा है पहले चरण का चुनाव
  • 2016 चुनाव में 30 में से 27 सीटों पर जमाया था कब्जा
Bengal Chunav: पहले चरण की वोटिंग सुनिश्चित करेगी बंगाल में दीदी या BJP की जीत

कोलकाता: जिन 5 जिलों में चुनाव होने वाले हैं वहां 25 मार्च के शाम 5 बजे तक सभी राजनीतिक दलों ने अपना सारा जोर लगा दिया. लेकिन असली परीक्षा TMC की है क्योंकि जिन 30 सीटों पर शनिवार को वोट डाले जाएंगे, वहां 2016 में TMC ने शानदार प्रदर्शन किया था और 27 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. क्या ममता का 2016 वाला जादू चलेगा.

पहले चरण की सीटों का गणित

बंगाल में जिन इलाकों में पहले चरण में वोट डाले जाने हैं उनमें बांकुड़ा की 4 विधानसभा सीट है. पुरुलिया की सभी 9 सीटें हैं. झारग्राम की सभी 4 सीटें हैं. पश्चिमी मिदनापुर की 7 सीटें और पूर्वी मिदनापुर की 6 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.

अब जब 2016 की बात करें तो जिन 30 सीटों पर चुनाव है. वहां ममता बनर्जी का पलड़ा भारी थी. TMC को 27 सीट, बीजेपी को शून्य, लेफ्ट और कांग्रेस मिलाकर 2 सीट और एक सीट अन्य को मिला था. ये आंकड़े ममता बनर्जी को खुश कर सकते हैं.

ममता दीदी को काफी उम्मीदें

2016 में ममता ने पहले चरण की 30 में से 27 सीटें जीतीं थी. ममता बनर्जी इससे खुश हो सकती हैं, लेकिन 2021.. 2016 से बहुत अलग है. इसके बीच में 2019 के लोकसभा चुनाव के आंकड़े आते हैं. जो बीजेपी के लिए इन इलाकों में राहें आसान कर रही हैं और ममता बनर्जी की परेशानी बढ़ा रही है. क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां की 80% सीटों पर बीजेपी आगे रही थी.

क्या कहते हैं लोकसभा चुनाव के नतीजे?

इन 5 जिलों में 8 लोकसभा सीटें हैं. जिसमें 2019 में पुरुलिया में बीजेपी, झारग्राम में बीजेपी, बांकुड़ा में बीजेपी, विष्णुपुर में बीजेपी, पश्चिमी मिदनापुर के मेदिनीपुर में BJP और घाटल में TMC जीती थी. जबकि पूर्वी मिदनापुर की तामलुक और कांथी से TMC चुनाव जीती थी. मतलब स्कोर 5 और 3 का था.

इन 8 लोकसभा में सें कांथी से शुवेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी सांसद हैं जो बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. तामलुक से शुवेंदु के भाई दिब्येंदु अधिकारी सांसद हैं वो भी बीजेपी को समर्थन कर रहे हैं. यानी इस इलाके में इस बार TMC की मुश्किल बहुत बढ़ी हुई है. जो इस चुनाव में दिख सकता है.

दरअसल, ये वो इलाके हैं जहां सबसे ज्यादा राजनीतिक हिंसा हुई है. TMC से बीजेपी में शामिल हुए शुवेंदु अधिकारी का इन इलाकों में अच्छा खासा असर है. बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष खुद भी मिदनापुर से सांसद हैं. बीजेपी इस बार इन दोनों नेताओं से उम्मीद लगाए हुए है कि वो बाजी पलट देंगे और 30 में से ज्यादातर सीटों पर बीजेपी की जीत होगी.

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बीजेपी की ओर पीएम मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ समेत सभी बड़े नेताओं ने पहले चरण के चुनाव के धुआंधार प्रचार किया है. तो TMC की ओर ममता बनर्जी पैर में चोट के बाद भी मैदान में डटी हुई हैं. लेकिन 30 सीटों पर कब्जा किसका होगा ये 2 मई को ही पता चलेगा.

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