1979-2023: छुटभैया अपराधी से विधायक-सांसद-डॉन बनने तक अतीक की कहानी, 10 पॉइंट्स में जानें सबकुछ

अतीक अहमद प्रयागराज और उसके आस-पास के इलाकों में अच्छा-खासा रसूख रखता था. प्रयागराज की शहर पश्चिमी सीट से अतीक अहमद पांच बार लगातार विधायक रहा था. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 16, 2023, 11:45 AM IST
  • 17 वर्ष की उम्र में हुआ था पहला मुकदमा.
  • 1989 में पहली बार बना था विधायक.
1979-2023: छुटभैया अपराधी से विधायक-सांसद-डॉन बनने तक अतीक की कहानी, 10 पॉइंट्स में जानें सबकुछ

नई दिल्ली. माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की सनसनीखेज हत्या शनिवार रात प्रयागराज में कर दी गई. इस हत्याकांड में तीन आरोपियों का नाम सामने आ रहा है जिन्होंने मीडिया के सामने अतीक और अशरफ को गोली मारी. अतीक अहमद प्रयागराज और उसके आस-पास के इलाकों में अच्छा-खासा रसूख रखता था. प्रयागराज की शहर पश्चिमी सीट से अतीक अहमद पांच बार लगातार विधायक रहा था. 

1. प्रयागराज के चकिया इलाके के रहने वाले अतीक का जन्म 1962 में हुआ था. उसने 10 तक भी पढ़ाई नहीं की थी. उस पर पहला मुकदमा 17 साल की उम्र में 1979 में दायर हुआ था. 

2. 1980 के दशक में अतीक अहमद उस वक्त प्रयागराज के बड़े अपराधी चांद बाबा का गुर्गा हुआ करता था. चांद बाबा और उसके गैंग का उस वक्त शहर में बड़ा आतंक हुआ करता था. 

3. अतीक अहमद कई सालों तक चांद बाबा के साथ काम करता रहा. लेकिन उसकी महात्वाकांक्षा खुद को राजनीतिक रूप से ताकतवर बनाने की थी. उसने खुद को सियासी रूप से मजबूत बनाने के लिए 1989 में इलाहाबाद शहर पश्चिमी सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में विधायकी का पर्चा भरा था. इस चुनाव में जीत के साथ ही अतीक के राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी. यह वह दौर था जब चांद बाबा के वक्त का अंत हो चुका था और अतीक अहमद अपराध की दुनिया के साथ ही राजनीतिक रूप से मजबूत होकर अपनी पहचान बड़ी करने लगा था. 

4. इलाहाबाद की शहर पश्चिमी सीट पर अतीक ने अपना वर्चस्व इस हद तक कायम कर लिया था कि वह लगातार पांच बार विधायक रहा. 1989 में पहली बार विधायक बनने से लेकर 2004 में फूलपुर से सांसद बनने तक अतीक इस सीट से लगातार विजेता रहा. 

5. अतीक ने 1996 में शाइस्ता परवीन के साथ शादी की थी. अतीक के पांच बेटे हैं जिनमें से दो अभी नाबालिग हैं और एक का हाल ही में पुलिस ने एनकाउंटर किया है. अतीक के पांचों बेटों के नाम हैं-अली, उमर, असद, अहजान और अबान. इनमें से असद का हाल ही में एनकाउंटर हुआ है. अली और उमर जेल में बंद हैं. अबान और अहजान बाल सुधार गृह में हैं. 

6. अतीक पर 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे. उससे जुड़े ज्यादातर मामलों में गवाह होस्टाइल हो जाते थे. वह साल 2019 के बाद से ही लगातार जेल में बंद था. 

7. हाल में अतीक को जिस उमेश पाल के अपहरण के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी वो भी राजू पाल के ही साथी थे. राजू पाल की हत्या के बाद अतीक अपने गुनाह पर पर्दा डालने के लिए उमेश पाल को धमकाता रहता था. इसी क्रम में उनका अपहरण और टॉर्चर हुआ था. मामला 2006 का था लेकिन इसमें FIR 2007 में दर्ज हुई थी.

8. अतीक अहमद यूपी की राजनीति में अपना रसूख बढ़ाता जा रहा था. 2016 में एक कार्यक्रम के दौरान अतीक ने मंच से कहा था मंच से कहा था कि हम अगर चाहते तो 10 मंत्रियों को इस मुशायरे में बुला सकते थे. लेकिन 2017 में सपा में हुए पारिवारिक विवाद में अतीक किनारे लगा दिया गया. और यही वो साल था जब था यूपी में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने. योगी सरकार में अतीक पर कार्रवाई का सिलसिला तेज हुआ था.

9. जेल में रहते हुए भी अतीक पर व्यावसायियों से उगाही के आरोप लगते रहे थे. देवरिया जेल में बंद रहने के दौरान हुआ वाकया सबसे ज्यादा चर्चित हुआ था. तब मोहित जायसवाल नाम के एक व्यवसायी के अपहरण और उसके साथ हिंसा का आरोप अतीक पर लगा था. 

10. हत्या के महज दो दिन पहले साबरमती जेल से प्रयागराज लाए जाते वक्त अतीक ने यूपी प्रशासन की सख्त कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी थी. अतीक अहमद ने एक चैनल के पत्रकार के सवाल के जवाब में कहा था- हम मिट्टी में मिल गए हैं. दरअसल उमेश पाल हत्याकांड के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि वो इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे. 

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