Gandhi Jayanti 2021: 2 अक्टूबर पर ऐसे तैयार करें स्पीच, इन टॉपिक्स पर लिख सकते हैं निबंध

आज से 152 साल पहले 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मा महामानव मोहनदास करमचन्द गांधी आगे चल कर दुनिया भर में महात्मा गांधी के नाम से विख्यात हुआ. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 1, 2021, 05:44 PM IST
  • गांधी जयंती पर ऐसे दे सकते हैं स्पीच
  • इन टॉपिक पर तैयार करें निंबध
Gandhi Jayanti 2021: 2 अक्टूबर पर ऐसे तैयार करें स्पीच, इन टॉपिक्स पर लिख सकते हैं निबंध

नई दिल्ली: हर साल पूरी दुनिया में 2 अक्टूबर का दिन अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है. आज से 152 साल पहले 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मा महामानव मोहनदास करमचन्द गांधी आगे चल कर दुनिया भर में महात्मा गांधी के नाम से विख्यात हुआ. अंग्रेजों से आजादी दिलाने में महात्मा गांधी का विशेष योगदान रहा है. इस साल महात्मा गांधी की 152वीं जयंती मनाई जाएगी. 

इस साल 152वीं जयंती मनाई जाएगी

महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी ये सबसे महत्वपूर्ण बात है जिसे अपना कर हम भी अपने जीवन को सफलता की एक यात्रा में परिवर्तित कर सकते हैं. गांधी जी ने होश सम्हालने से लेकर अपनी मृत्यु के दिन तक लगातार ​बाधाओं का सामना किया किन्तु उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी. सत्य और अहिंसा को लेकर बापू के विचार हमेशा से न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया का मार्गदर्शन करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.

गांधी के विचार मार्गदर्शन करते आए हैं

महात्मा गांधी के असहोयग आंदोलन, दांड़ी मार्च, नमक सत्याग्रह से लेकर अंग्रेजों भारत छोड़ा का नारा दिया. गांधी जयंती के दिन स्कूल, कॉलेजों में वाद-विवाद और भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन होता है. अगर आप कोई स्पीच, भाषण और निबंध तैयार करना चाहते हैं तो आप इन टॉपिक पर अपना स्पीच और निबंध तैयार कर सकते है.

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2 अक्टूबर पर ऐसे लिखें निबंध 

आदरणीय अध्यापकगण और मेरे साथियों... 
आज 2 अक्टूबर है और न सिर्फ पूरा हिन्दुस्तान, बल्कि दुनिया के कई देश 151वीं गांधी जयंती मना रहे हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था. आगे चलकर लोगों के बीच वह बापू के नाम से पुकारे जाने लगे. मानवाधिकार संकल्पना गांधी दर्शन के अभाव में अधूरी ही है. विश्व के महापुरुषों ने इस बात को माना है कि गांधी के बिना मानवाधिकार की संकल्पना पूर्ण नहीं हो सकती. आज दो अक्टूबर है जो गांधी का जीवन संदेश देने वाला एक अमर दिवस है. बापू ने देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाने में सबसे अहम भूमिका निभाई. महात्मा गांधी के विचार हमेशा से न सिर्फ भारत, बल्कि पूरे विश्व का मार्गदर्शन करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे.

दोस्तों यह बात सही है कि हम सभी गांधी जी का सम्मान करते हैं और करना भी चाहिए, लेकिन आज हम अपने आप से एक वादा करते हैं कि हम सभी उनके बताए शांति, अहिंसा, सत्य, समानता, महिलाओं के प्रति सम्मान जैसे आदर्शों पर चलेंगे. 
धन्यवाद

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इन टॉपिक्स पर तैयार करें स्पीच 

1. गांधी जी का 21वीं सदी में अर्थ
2. गांधी ने इंसानियत को लेकर क्या संदेश दिया
3. गांधी जी के वो आंदोलन जिन्होंने दिलाई आजादी
4. 'अछूत' प्रथा पर गांधी की विचारधारा
5. मानवता और गांधी जी
6. बापू और अहिंसा

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