बीजेपी ने बंटवारे के लिए कांग्रेस और कम्युनिस्ट को ठहराया जिम्मेदार, लगाए ये आरोप

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और कम्युनिस्टों पर मुस्लिम लीग की एक अलग राष्ट्र बनाने की मांग को स्वीकार करने का आरोप लगाया है. रविवार को भाजपा ने लगभग सात मिनट का एक वीडियो जारी किया. इसमें पार्टी ने परोक्ष रूप से जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस नेताओं पर विभाजन का विरोध करने के बजाय मुहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व वाली मुस्लिम लीग की ओर से उठाई गई एक अलग राष्ट्र की मांग के आगे झुकने का आरोप लगाया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 14, 2022, 07:11 PM IST
  • बीजेपी के आरोपों का कांग्रेस ने दिया जवाब
  • कहा- लोगों का बलिदान नहीं भुलाया जाना चाहिए
बीजेपी ने बंटवारे के लिए कांग्रेस और कम्युनिस्ट को ठहराया जिम्मेदार, लगाए ये आरोप

नई दिल्ली: विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और कम्युनिस्टों पर मुस्लिम लीग की एक अलग राष्ट्र बनाने की मांग को स्वीकार करने का आरोप लगाया है. रविवार को भाजपा ने लगभग सात मिनट का एक वीडियो जारी किया. इसमें पार्टी ने परोक्ष रूप से जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस नेताओं पर विभाजन का विरोध करने के बजाय मुहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व वाली मुस्लिम लीग की ओर से उठाई गई एक अलग राष्ट्र की मांग के आगे झुकने का आरोप लगाया.

'तीन सप्ताह में सदियों से साथ रहने वालों के बीच खींच दी लकीर'
बंटवारे की कहानी बताते हुए वीडियो में ज्यादातर नेहरू और जिन्ना को दिखाया गया है. इसमें सिरिल जॉन रैडक्लिफ भी हैं, जिन्होंने भारत को दो राष्ट्रों में विभाजित करने के लिए नक्शा खींचा. बीजेपी ने पूछा कि जिन्हें भारतीय संस्कृति, विरासत, सभ्यता और मूल्यों का कोई ज्ञान नहीं था, कैसे उन्होंने महज तीन हफ्तों में सदियों से एक साथ रहने वाले लोगों के बीच लकीर खींच दी.

बीजेपी ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए पूछा, उस वक्त वे लोग कहां थे, जिन पर इन विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ लड़ने की जिम्मेदारी थी. अंत में, भाजपा ने विभाजन के लिए कम्युनिस्टों को भी जिम्मेदार ठहराया.

जयराम रमेश ने बीजेपी पर किया पलटवार
ट्वीट्स की एक शृंखला के साथ भाजपा पर पलटवार करते हुए, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, प्रधानमंत्री का 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में चिह्नित करने का असली इरादा अपनी वर्तमान राजनीतिक लड़ाई के लिए सबसे दर्दनाक ऐतिहासिक घटनाओं को चारे के रूप में इस्तेमाल करना है. लाखों लोग विस्थापित हुए और उन्होंने अपनी जान गंवाई. उनके बलिदानों को भुलाया नहीं जाना चाहिए या उनका अपमान नहीं किया जाना चाहिए.

एक अन्य ट्वीट में जयराम रमेश ने कहा, विभाजन की त्रासदी का नफरत और पूर्वाग्रह को बढ़ावा देने के लिए दुरुपयोग नहीं किया जा सकता. सच्चाई यह है कि सावरकर ने 2 राष्ट्र सिद्धांत को जन्म दिया और जिन्ना ने इसे पूरा किया.

'कांग्रेस बनाए रखेगी गांधी-नेहरू की विरासत'
जयराम रमेश ने यह भी कहा कि आज के सावरकर और जिन्ना राष्ट्र को फिर से विभाजित करने के अपने प्रयास जारी रखे हुए हैं. रमेश ने एक अन्य ट्वीट में कहा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस गांधी, नेहरू, पटेल और कई अन्य लोगों की विरासत को बनाए रखेगी, जो राष्ट्र को एकजुट करने के अपने प्रयासों में अथक थे. नफरत की राजनीति को हरा दिया जाएगा.

बीजेपी ने दिया जयराम रमेश के आरोपों का जवाब
वहीं, जयराम रमेश के ट्वीट के जवाब में बीजेपी ने रविवार को कहा कि कांग्रेस और उसका शीर्ष नेतृत्व पाकिस्तान का सच्चा अभिभावक है. भाजपा ने यह भी कहा कि कांग्रेस अपनी दुर्भावना को छिपा नहीं सकती और विभाजन की भयावहता का सामना नहीं कर सकती, एक ऐसी त्रासदी जिसके लिए वह पूरी तरह जिम्मेदार है.

विभाजन के विरोधी थे सावरकरः अमित मालवीय
राष्ट्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के भाजपा प्रभारी अमित मालवीय ने कहा, "दो राष्ट्र सिद्धांत पहली बार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान द्वारा प्रतिपादित किया गया था, जिन्होंने सावरकर के जन्म (1883) से बहुत पहले 1876 में यह विचार दिया था. सावरकर और हिंदू महासभा वास्तव में अंत तक विभाजन के विचार के विरोधी थे."

उन्होंने कहा, "सावरकर ने 1905 में बंगाल विभाजन का भी विरोध किया था और इसके विरोध में पुणे में देश के पहले विदेशी सामानों के बहिष्कार का आयोजन किया था. वह 1937 से ही मुस्लिम लीग के बंटवारे की मांग को स्वीकार करने के खिलाफ कांग्रेस को चेतावनी दे रहे थे."

यह भी पढ़िएः अमित शाह ने विभाजन को बताया भारतीय इतिहास का अमानवीय अध्याय, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता

 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप. 

 

ट्रेंडिंग न्यूज़