मेहुल चोकसी मामले में बड़ा खुलासा, प्रत्यर्पण से बचाने के लिए विरोधी दल के नेता को दी रिश्वत

मेहुल चोकसी के भाई ने डोमिनिका के विरोधी दल के नेता को रिश्वत देकर की भाई को बचाने की कोशिश. संसद में उठवाया मामला.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 2, 2021, 06:50 AM IST
  • डोमिनिका के नेता प्रतिपक्ष पर लग चुके हैं आरोप
  • लेनोक्स लिंटन को 2 लाख डॉलर की राशि दी गई
मेहुल चोकसी मामले में बड़ा खुलासा, प्रत्यर्पण से बचाने के लिए विरोधी दल के नेता को दी रिश्वत

नई दिल्ली: भारत में 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी इन दिनों कैरेबियाई देश डोमिनिका में सलाखों के पीछे है. उसके ऊपर यहां बगैर अनुमति प्रवेश करने का आरोप है. डोमिनिका में पुलिस द्वारा धरे जाने के बाद से ही मेहुल चोकसी को भारत प्रत्यार्पित करने का डर सता रहा है. भारत का एक प्लेन भी वहां के हवाई अड्डे पर पिछले कुछ दिनों से खड़ा है और मेहुल चोकसी को भारत वापस ले जाने की बाट जोह रहा है.

ऐसे में मेहुल चोकसी का परिवार उसे भारत के हाथों में सौंपे जाने से बचाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है. इस बारे में एक बड़ा खुलासा कैरेबियाई अखबार एसोसिएट टाइम्स ने किया है.

एसोसिएट टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मेहुल चोकसे को डोमिनिका की पुलिस के चंगुल से छुड़ाने के लिए उसका भाई चेतन चीनू भाई चोकसी 29 मई को प्राइवेट जेट से डोमिनिका पहु्ंचा था. उसके ऊपर भी भारत में बैंकों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है.

एसोसिएस टाइम्स में प्रकाशित एक्सक्लूजिव रिपोर्ट के मुताबिक मेहुस चोकसी को बचाने के लिए चेतन चोकसी ने डोमिनिका के विपक्ष के नेता से 30 मई की शाम मेरीगोट में लेनॉक्स लिंटन से मुलाकात की थी. दोनों के बीच तकरीबन दो घंटे चली मुलाकात में दोनों के बीच मेहुल को छुड़ाने के एवज में कुछ पेशगी दिए जाने के साथ-साथ चुनावी चंदा दिए जाने पर सहमति बनी थी. इसके एवज में विपक्षी नेता को सदन में इस मामले को उठाना था.

चुनावी चंदे पर बनी सहमति  
मेहुल के भाई ने डोमिनिका के नेता प्रतिपक्ष के बीच सहमति बनी थी कि यदि वो इस मामले को अपहरण के मामला बनाने में उनकी मदद करेंगे तो वो उन्हें मोटा चुनावी चंदा देंगे. अखबार को सूत्रों से इस बात की भी जानकारी मिली कि नेता प्रतिपक्ष के साथ मेहुल के भाई ने बातचीत के दौरान ये बात भी कुबूल की थी कि चोकसी खुद डोमिनिका आया था.

लेकिन अब कोर्ट और सरकार के खिलाफ इस मामले को सुलझाने के लिए उन्हें विपक्ष के साथ की जरूरत है. जिससे कि ये साबित हो सके कि एटीगुआ और भारतीय पुलिस ने उसका अपहरण किया था.

काम के लिए दी गई 2 लाख डॉलर की पेशगी
माना जा रहा है कि इस काम को करने के लिए डोमिनिका के विपक्ष के नेता लेनोक्स लिंटन को 2 लाख डॉलर की राशि बतौर पेशगी दी गई थी. इसके अलावा आगामी चुनाव में 10 लाख डॉलर से ज्यादा की राशि चुनावी चंदा के रूप में दिए जाने की सहमति दोनों के बीच बनी थी. इसके अलावा चीनू भाई ने उनसे इस मामले को संसद में उठाने और मेहुल चोकसी के पक्ष में बयान देने के लिए भी कहा था.

यह भी पढ़िएः Explained: क्या है Disaster Management Act-2005, जिसकी जद में आ गए अलपन बंदोपाध्याय

नेता प्रतिपक्ष ने पैसे लेकर संसद में उछाला मामला
विपक्षी नेता लिंटन आम चुनाव में हार के बाद से ही शांत बठा था लेकिन जैसे ही इस काम को करने के लिए उन्हें 2 लाख डॉलर मिले उन्होंने मेहुल के पक्ष में कई तरह की बातें सबके सामने रखने की शुरुआत की. लिंकन ने बड़े जोरदार तरीके से इस मुद्दे को संसद में उठाया और सरकार के खिलाफ करारा हमला भी किया.

पहले से ही सवालों के घेरे में है
डोमिनिका के नेता प्रतिपक्ष का झूठे वादे करने के एवज में लोगों से पैसे ऐठने का आरोप लग चुके हैं. अल-जजीरा द्वारा किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन में वो एक निवेशक को डिप्लोमैटिक पासपोर्ट बनवाने के एवज में 2 लाख डॉलर का चुनावी चंदा लेने को तैयार हो गए थे. उन्होंने कहा था कि वो अपने इस वादे को प्रधानमंत्री बनने के बाद पूरा करेंगे.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़