कोरोना का प्रहार और बढ़ी रफ्तार: 15 दिन में 1 लाख से 2 लाख हुए केस

भारत में कोरोना का प्रहार तेज हो रहा है और रफ्तार भी काफी जोर पकड़ रहा है. देश में कुल कोरोना के मामले 2 लाख के पार पहुंच गई है. महज 15 दिनों में 1 लाख से दो लाख पहुंचे कोरोना के मामले..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 3, 2020, 02:49 PM IST
    1. कोरोना का प्रहार और बढ़ी रफ्तार
    2. कोरोना मरीजों की संख्या 2 लाख के पार
    3. मंगलवार को 8909 नए केस सामने आए
    4. मंगलवार को कोरोना से 217 लोगों की मौत
    5. 15 दिन में 1 लाख से 2 लाख हुए केस
    6. पहले 1 लाख केस 108 दिन में दूसरे 15 दिन में
    7. अब 15 दिन में देश में डबल हो रहे हैं केस
    8. डराते आंकड़ों के बीच राहत की भी खबर
    9. देश में तेजी से ठीक हो रहे हैं कोरोना मरीज
    10. देश में रिकवरी रेट 50 फीसदी के करीब पहुंचा
कोरोना का प्रहार और बढ़ी रफ्तार: 15 दिन में 1 लाख से 2 लाख हुए केस

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में खौफ बरपाने वाले कोरोना वायरस का कहर भारत में भी तेजी से बढ़ता जा रहा है. कोविड-19 के खिलाफ जंग लड़ते-लड़ते तकरीबन ढाई महीने से अधिक का समय बीत चुका है. लेकिन, आंकड़ों पर नजर डाले तो वो दिन-ब-दिन बेकाबू होते जा रहे हैं.

कोरोना मरीजों की संख्या 2 लाख के पार

बुधवार को जब स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण के ताजा आंकड़े जारी किये तो हर कोई सन्न रह गया. देश में कोरोना की रफ्तार और बढ़ गई है. तो वहीं भारत में जानलेवा कोरोना वायरस के मामले आज दो लाख के पार पहुंच गए हैं.

बीते 24 घंटों में इस वायरस के कुल 8909 नए केस सामने आए हैं. वहीं 217 लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 2 लाख 7 हजार 615 मामले सामने आ चुके हैं. जबकि 5815 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं एक लाख 303 लोग ठीक भी हुए हैं.

15 दिन में 1 लाख से 2 लाख हुए केस

देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 2 लाख के पार पहुंच गया है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि सिर्फ 15 दिन में कोरोना के मरीजों की संख्या एक लाख से 2 लाख पहुंच गई है. हिन्दुस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख होने में 108 दिन लगे थे, एक लाख से दो लाख तक का सफर तय करने में इस खतरनाक वायरस ने सिर्फ 15 दिनों का वक्त लिया.

बीते 19 मई को सुबह 8 बजे जब भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंकड़ों जारी किए थे, तो उस दिन देश में कोरोना मरीजों की संख्या 1 लाख को पार कर चुकी थी. उस दिन का आंकड़ा 1 लाख 1 हजार 139 था, जिसमें 3163 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं अगर 15 दिन बाद यानी आज 3 जून को स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो कोरोना के कुल मामले इस वक्त 2 लाख 7 हजार 615 पहुंच गए हैं. साफ है, भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार दिन-ब-दिन बेकाबू होती जा रही है.

डराते आंकड़ों के बीच राहत की भी खबर

निश्चित तौर पर देश में कोरोना वायरस के जो आंकड़े हैं वो वाकई डराने वाले हैं, देश में अनलॉक 1 के साथ जिंदगी पुरानी रफ्तार पकड़ चुकी है और काफी कुछ बदल चुका है. लोग बाजार में दिखाई देने लगे हैं, दुकानें खुल रही हैं, हलचल बढ़ गई है. सड़कों पर गाड़ियां और पटरियों पर ट्रेनें दौड़ने लगी हैं. हवा में विमान उड़ानें भर रही हैं. दफ्तर, फैक्ट्रियां सबकुछ चालू हो गया है. ऐसे में कोरोना की रफ्तार और तेज हो सकती है.

देश में तेजी से ठीक हो रहे हैं कोरोना मरीज

लेकिन इस खतरे के बीच राहत भरी खबर ये है कि भारत में कोरोना की चपेट में आए लोग उसे काफी तेजी से हरा रहे हैं. यानी देश में रिकवरी रेट भी काफी रफ्तार से आगे बढ़ रही है. अबतक तकरीबन 50 फीसदी यानी 1 लाख 303 मरीजों ने कोरोना को पराजित कर दिया है. अगर आप 19 मई तक के रिकवरी रेट को देखेंगे को वो करीब 40 फीसदी के आस पास था, लेकिन रिकवरी रेट में तेजी से आने वाला इजाफा भारत के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है.

कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी के बीच केंद्र सरकार ने कहा कि भारत इस बीमारी के चरम बिंदु से बहुत दूर है और रोकथाम के लिए किए गए उसके उपाय बहुत प्रभावी रहे हैं. साथ ही सरकार ने कहा कि वह अन्य देशों की तुलना में काफी बेहतर स्थिति में है.

ना सिर्फ रिकवरी रेट बल्कि मृत्यु दर को लेकर भी भारत में स्थिति बेहतर है. सरकार के मुताबिक देश में कोरोना के मामले इसलिए ज्यादा आ रहे हैं क्योंकि अब टेस्ट बड़े पैमाने पर हो रहे हैं. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बताया कि देश में अब तक 41 लाख 3 हजार 233 सैंपल की जांच की गई है. वहीं, पिछले 24 घंटे में एक लाख 37 हजार 158 सैंपल की जांच हुई है. यही वजह है कि बड़ी संख्या में कोरोना केस सामने आ रहे हैं.

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उम्मीद की जा रही थी कि वक्त बीतने के साथ ये वायरस कमजोर होगा लेकिन इसके संक्रमण की हर दिन बढ़ती रफ्तार माथे पर शिकन पैदा कर रही है. लॉकडाउन के चलते थमी जिंदगी की गाड़ी जितनी तेजी से पटरी पर लौट रही है. उससे भी ज्यादा तेजी से ये वायरस अपनी रफ्तार बढ़ा रहा है. ना सिर्फ इसकी चपेट में आए लोगों की संख्या बढ़ रही है बल्कि मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है.

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