नई दिल्लीः कोरोना से सरकारी उपक्रमों में भी तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है. AAI और रेलवे के एक प्रक्रम में कोरोना के संक्रमित मिलने के बाद अब DRDO ( डिफेंस रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन) में भी कोरोना का संक्रमण सामने आया है. शुक्रवार को मिली सूचना के बाद डीआरडीओ के फ्लोर को अगले 72 घंटे के लिए सील कर दिया गया है. अभी तक एक कर्मचारी के संक्रमित होने की बात सामने आई है. हालांकि कहा जा रहा है कि कुछ वैज्ञानिक भी संक्रमण की चपेट में है.
दिल्ली में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के मुख्यालय के एक फ्लोर को सैनिटाइजेशन के लिए एक दिन के लिए बंद किया गया है, वहां एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिला था। बिल्डिंग को डिसइनफेक्ट करने के साथ ही सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है: सूत्र #COVID19
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2020
एक फ्लोर को किया गया बंद
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation) के दिल्ली स्थित मुख्यालय में कर्मचारी कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ गया है. इसके बाद एहतियात के तौ पर डीआरडीओ मुख्यालय के एक फ्लोर को सैनिटाइजेशन कराने को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि इमारत के फ्लोर को संक्रमण से पूरी तरह से मुक्त करने के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है.
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DRDO के कई अनुसंधानों से हो रही कोरोना के खिलाफ जंग
डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन (DRDO) लगातार कोरोना के जंग में सहयोगी भूमिका निभा रहा है. संस्थान ने 'अल्ट्रा स्वच्छ' नाम से एक डिसइंफेक्शन यूनिट (Ultra Swachh disinfection unit) बनाई है. इसमें पीपीई सूट, कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम रखकर उन्हें वायरस मुक्त किया जा सकता है. इन यूनिट का इस्तेमाल कई सरकारी कार्यालयों में भी हो रहा है.
डीआरडीओ इससे पहले भी कई ऐसे उत्पाद बना चुका है, जिनके इस्तेमाल से कोरोना वायरस को वस्तुओं पर खत्म करके उन्हें डिसइंफेक्ट किया जा सकता है. डीआरडीओ ने इससे पहले यूवी ब्लास्टर नाम से एक टावर बनाया था. उसे कमरे में रखकर उसके अंदर से वायरस को खत्म किया जा सकता है.