आतंकी दाऊद के साथी और प्रफुल्ल पटेल का कनेक्शन जांचने में जुटा है प्रवर्तन निदेशालय

प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी देश से फरार आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के साथी इकबाल मिर्ची के पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के परस्पर संबंधों की जांच करने में जुटी हुई है. इस बारे में शुक्रवार को देर रात तक पटेल से पूछताछ हुई. पटेल पर आरोप है कि उनकी कंपनी ने मिर्ची के परिवार से जमीन हासिल करके उसपर बिल्डिंग खड़ी की और अपराधियों को अरबों रुपए का मुनाफा कमाने का मौका दिया.   

Last Updated : Oct 19, 2019, 08:52 AM IST
    • प्रफुल्ल पटेल से आज फिर हो सकती है पूछताछ
    • प्रवर्तन निदेशालय ने किया है समन
    • दाऊद के सहयोगी से संबंधों का आरोप
आतंकी दाऊद के साथी और प्रफुल्ल पटेल का कनेक्शन जांचने में जुटा है प्रवर्तन निदेशालय

मुंबई: वरिष्ठ एनसीपी नेता और यूपीए सरकार के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री रहे प्रफुल्ल पटेल से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ लगभग 12 घंटे तक चली. लेकिन उनके जवाबों से ईडी के अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए. इसीलिए उन्हें आज यानी शनिवार को फिर से तलब किया गया है. 

दाऊद गैंग से पटेल के संबंधों की हो रही है जांच
प्रवर्तन निदेशालय को मिले सबूतों के मुताबिक पटेल परिवार की कंपनी मिलेनियम डेवलपर्स ने दाऊद के साथी इकबाल मिर्ची की पत्नी हाजरा मेमन से  मुंबई के वर्ली में नेहरु प्लैनेटोरियम के सामने की बेहद अहम लोकेशन पर जमीन हासिल की. जिसपर पटेल परिवार की कंपनी मिलेनियम डेवलपर्स ने सीजे टावर नाम की 15 मंजिला इमारत बनाई. यहां रेसिडेंशियल और कमर्शियल दोनों तरह की संपत्तियां तैयार की गईं. इस धंधे का मुनाफा पटेल और मिर्ची परिवार के बीच बांट लिया गया. 
सिर्फ इतना ही नहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल की कंपनी मिलेनियम डेवलपर्स ने कुख्यात आतंकी और देशविरोधी इकबाल मिर्ची के परिवार को 200 करोड़ का लाभ पहुंचाया. दरअसल इस प्लॉट को डेवलप करने के बाद इसके दो फ्लोर मेमन परिवार के नाम कर दिये गए. जिनकी कीमत बाजार के मुताबिक लगभग 200 करोड़ रुपए है. यह मामला साल 2006-2007 का है. जब जमीन की यह डील की गई थी.     

आरोपों पर पटेल का दोहरा रवैया
प्रफुल्ल पटेल ने अपराधी के परिवार के साथ अपने संबंधों के आरोप को पहले ''कोरी अटकल'' बताते हुए खारिज कर दिया था. लेकिन जब प्रवर्तन निदेशालय ने इस बारे में उनसे 12 घंटे तक पूछताछ की तो उन्होंने कानून की दुहाई देते हुए कहा कि 'लेन-देन पूरी तरह साफ सुथरा और पारदर्शी है'. यानी जो प्रफुल्ल पटेल पहले आरोपों को अटकल बता रहे थे, वही अब इसे कानूनी रुप से सही करार दे रहे हैं. 

ईडी अधिकारी पटेल के जवाब से संतुष्ट नहीं
हालांकि प्रवर्तन निदेशालय ने प्रफुल्ल पटेल से शुक्रवार को पूरे 12 घंटे पूछताछ की. प्रफुल्ल पटेल सुबह 10.30 बजे ही मुंबई के बल्लार्ड एस्टेट स्थित ईडी के दफ्तर पहुंच गए थे. जहां उनसे देर रात तक पूछताछ चलती रही. ईडी ने पटेल से कुल 50 प्रश्न पूछे. लेकिन उनके जवाबों से उसके अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए. क्योंकि उनका पूरा जोर इकबाल मिर्ची के परिवार से अपनी कंपनी को मिली जमीन के सौदे को कानूनी रुप से सही ठहराने में जुटे हुए थे. ईडी अधिकारियो के मुताबिक पटेल ''पूछताछ में सहयोग नहीं'' कर रहे हैं. 

कई और लोगों से होगी पूछताछ
खबरों के मुताबिक सीजे टावर कंस्ट्रक्शन के मामले में प्रफुल्ल पटेल के सामने रियल एस्टेट समूह एचडीआईएल के राकेश वधावन को बिठाकर पूछताछ की जा सकती है. इसके अलावा इस इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय प्रफुल्ल पटेल की पत्नी को समन करने की तैयारी कर रहा है. क्योंकि मिलेनियम डेवलपर्स में उसका अपने पति प्रफुल्ल पटेल के साथ बेहद अहम शेयर मौजूद है. ईडी के सूत्रों ने बताया कि पटेल परिवार को समन करने के बाद उनसे इकबाल मिर्ची के साथ संबंधों के बारे में सवाल जवाब किया जाएगा और पैसे के लेन देन के बारे में जानकारी निकाली जाएगी. 
पटेल परिवार की कंपनी मिलेनियम डेवलपर्स ने जिस जगह पर सीज टावर्स बनाया है, वह प्लॉट इकबाल मिर्ची की पत्नी हाजरा मेमन के नाम से था. इकबाल मेमन अब मर चुका है. वह दाऊद इब्राहिम का बेहद अहम सहयोगी था. उस पर कई आपराधिक और आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने के मामले चल रहे थे. 

 

 

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