नई दिल्ली: देश में कई दिनों फेसबुक पर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का कहना है कि फेसबुक भाजपा (BJP) के नेताओं के प्रति उदार रहती है लेकिन अन्य लोगों पर सख्ती करती है. वहीं भाजपा इसके बिल्कुल विपरीत शिकायत कर रही है. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फेसबुक के हेड को चिट्ठी लिखी थी और शिकायत की थी कि फेसबुक के अधिकारी पीएम मोदी और भाजपा नेताओं के प्रति आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करते हैं.
फेसबुक इंडिया के हेड ने माना, प्रमुख पदों पर भाजपा विरोधी
फेसबुक के पक्षपात को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच इसके के इंडिया हेड अजित मोहन से बुधवार को एक संसदीय समिति ने करीब दो घंटे तक पूछताछ की. बताया गया है कि उन्होंने माना कि फेसबुक इंडिया (Facebook India) में प्रमुख पदों पर बैठे लोग बीजेपी विरोधी हैं. उन्होंने ये भी कहा कि जो उन्होंने दस साल पहले लिखा, उसे वापस ले रहे हैं. उनका हृदय परिवर्तन हो गया है.
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शशि थरूर को हटना पड़ा पीछे
उल्लेखनीय है कि संसदीय समिति की बैठक में सत्तारूढ़ गठबंधन विपक्ष पर भारी पड़ा. सत्तापक्ष गठबंधन के पक्ष में 11 और विपक्ष की तरफ से 6 सदस्य रहे. फेसबुक प्रमुख का क़बूलनामा और समिति में बहुमत न होने से विपक्ष और थरूर को कदम पीछे खींचने पड़े.
रविशंकर प्रसाद ने लिखी थी चिट्ठी
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फेसबुक के प्रमुख को एक चिट्ठी लिखकर शिकायत की थी कि फेसबुक इंडिया के प्रमुख पदों पर बैठे लोग भाजपा नेताओं के खिलाफ अभद्र और आपत्तिजनक व्यवहार और भाषा का प्रयोग करते हैं.
संसदीय समिति ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के प्रतिनिधियों को भी इस विषय पर बुलाया था, जबकि कुछ डिजिटल मीडिया कार्यकर्ताओं सहित कुछ अन्य ने भी समिति के समक्ष अपने बयान दर्ज कराये हैं.