नई दिल्लीः शुक्रवार का पूरा दिन किसान आंदोलन के नाम रहा. सुबह से शाम तक किसान दिल्ली की सीमा में प्रवेश के लिए जद्दोजहद करते रहे और आखिरकार शाम को उन्हें प्रवेश की अनुमति मिली. इससे पहले किसानों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई.
कई जगहों पर जैसे शंभू बॉर्डर, सिंधु सीमा पर किसानों पर आंसू गैस छोड़ी गई और पथराव भी हुआ. इसके बाद शाम को बुराड़ी में प्रदर्शन के लिए स्थान तय किया गया. अब केंद्रीय कृषि मंत्री की ओर से बड़ा बयान सामने आया है.
दिल्लीः कृषि कानूनों के विरोध में बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में इकट्ठा हुए किसान प्रदर्शनकारी। दिल्ली पुलिस ने कल किसानों को ग्राउंड में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति दी थी। #FarmersProtest pic.twitter.com/gdpCHiZc3w
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2020
केंद्रीय मंत्री ने की आंदोलन वापस लेने की अपील
जानकारी के मुताबिक, किसानों से अपना आंदोलन समाप्त करने की अपील करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर Narendra Singh Tomar) ने शुक्रवार को कहा कि सरकार उनके साथ सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है. तोमर की ओर से यह घोषणा दिल्ली पुलिस द्वारा किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में आने की अनुमति देने के बाद आई.
हालांकि किसान अब दिल्ली में प्रवेश करने लगे हैं. शनिवार सुबह बुराड़ी के निरंकारी समागम स्थल पर किसानों के ट्रैक्टर आदि खड़े दिखे. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में भी माहौल गर्माने लगा है. भारतीय किसान यूनियन (BKU) की ओर से कहा गया है कि वह सरकार की ओर से किसानों पर की गई कार्रवाई से नाराज हैं. भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों से उनके मुद्दे पर बात करने में असफल रही है.
लखनऊ में हिरासत में लिए गए किसान
लखनऊ में भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmer's Union) ने 77 किसानों द्वारा गिरफ्तारी देने का दावा किया, जबकि पुलिस ने बताया, ‘हमने किसानों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया था.’
The government has failed to address the issues of the farmers. We are proceeding to #Delhi now: Rakesh Tikait, Spokesperson, Bharatiya Kisan Union in Uttar Pradesh's Meerut pic.twitter.com/Kv8Hze9JIP
— ANI (@ANI) November 28, 2020
किसान यूनियन ने अहिमामऊ-सुल्तानपुर रोड पर चक्का जाम करने की पूरी तैयारी कर रखी थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने इस योजना को असफल कर दिया. किसानों ने शनिवार और रविवार को भी आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है.
कानून-व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम: DGP
पुलिस के मुताबिक लखनऊ में 4 से 5 अलग-अलग स्थानों पर किसानों ने प्रदर्शन करने की कोशिश की लेकिन उन्हें हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया गया. लखनऊ संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) नवीन अरोड़ा ने बताया कि अहिमामऊ, चिनहट और मोहनलालगंज समेत कुल पांच स्थानों पर विरोध प्रदर्शन के लिए किसान इकट्ठा हुए थे, लेकिन उन्हें समझाकर धरना प्रदर्शन के लिए बनाए गए स्थान ईको गार्डन भेज दिया गया.
झांसी के किसानों ने दी चेतावनी
झांसी में किसानों ने मंडी परिषद एवं प्रमुख चौराहों पर प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी दिया जिसमें उनकी मांगें न माने जाने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है.
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