नई दिल्ली. पीएम मोदी भारत के सर्वोच्च नेता तो हैं ही, विश्व के भी सर्वोच्च नेताओं में शुमार हैं. अपने व्यक्तित्व और भारत के वर्चस्व को वैंश्विक पटल पर आसीत कराने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू सबने देखा है चाहे वह यूनाइटेड नेशंस में उनका ऐतिहासिक भाषण हो या अमेरिका में हाउडी मोदी के दौरान होने वाला उनका भव्य स्वागत. इसमें मोदी के व्यक्तित्व का चुंबकीय आकर्षण या उनकी प्रभावशाली वक्तृत्व शक्ति तो है ही, इसमें मोदीनीत भाजपा सरकार के कूटनीतिक साफल्य का प्रमाण भी मिलता है.
आज दुनिया के राष्ट्र भारत के अच्छे मित्र हैं
मोदी सरकार की विदेश नीति की सफलता का ज्वलंत उदाहरण भारत के विश्व-मित्रों की लम्बी होती सूची में देखा जा सकता है. आज स्थिति ये है कि एक तरफ तो अरब देश और दूसरी तरफ उनका कट्टर दुश्मन इजरायल भारत के मित्र हैं और इसी तरह जहां अमेरिका भारत का करीबी दोस्त है रूस भी भारत का अच्छा मित्र है और ये सभी देश वैश्विक मंचों पर खुल कर भारत के पक्ष में समर्थन देते हैं. यह भारतीय विदेश नीति की विजय है.
जापान, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया हैं विशेष मित्र
भारत न केवल जापान का सम्मानित मित्र है बल्कि कनाडा और ऑस्ट्रेलिया भी भारत को विशेष मैत्री-सम्मान देते हैं. और ऐसा दुनिया ने पिछले छह सालों के दौरान ही होता देखा है. अब जापान ने भारत के लिए एक लाख करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना को नब्बे प्रतिशत तक फाइनेंस कर दिया है इतना ही नहीं उसने इस मूलधन पर 0.1% की ब्याज दर लगाईं है. जापान की तरह अन्य समृद्ध देश जैसे ऑस्ट्रेलिया तथा कनाडा भी आज की तारीख में क्वालिटी न्यूक्लियर फ्यूल यूरेनियम की लगातार आपूर्ति भारत को कर रहे हैं.
सऊदी अरब विशेष सहयोग कर रहा है
जब दुनिया में तेल के दाम बढ़ते हैं और ईरान पर प्रतिबंध लग जाता है तब दुनिया देखती है कि सऊदी अरब भारत के लिए दो महीनों तक ओपेक के नियमों को तोड़ता है और अपना उत्पादन बढ़ा देता है और उसके बाद पुरानी सस्ती दरों पर भारत को दो माह तक क्रूड तेल की आपूर्ति करता है और इस बात को सुनिश्चित करता है कि भारत को तेल की किसी तरह की कमी न हो. ऐसा कहीं और होते हुए दुनिया ने नहीं देखा है.
जॉर्डन, इज़राइल करते हैं पीएम मोदी की सुरक्षा
ये दोनो देश एक दूसरे के साथ जंग लड़ चुके हैं लेकिन यही दोनो पीएम मोदी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने लड़ाकू विमान मोदी जी की सुरक्षा में नियुक्त करते हैं जब वे इज़रायल के दुश्मन देश फिलिस्तीन का दौरा कर रहे होते हैं. और ये विमान पीएम मोदी की सुरक्षा इस तरह समर्पित हो कर करते हैं जैसे उनके देश के राष्ट्राध्यक्ष हों. ये जंगी विमान पीएम मोदी के एयरइंडिया वन विमान को सुरक्षित एस्कॉर्ट करके पहले छोड़ने जाते हैं और फिर लेने भी जाते हैं. ऐसे उदाहरण दुनिया ने पहले नहीं सुने.
अमेरिका, फ्रान्स, ब्रिटेन, यूएई हैं भारत के साथ
बात करें यूएई की तो वह भारत मे स्ट्रैटजिक ऑयल रिज़र्व बनाने में मदद कर रहा है. बात करें अमेरिका, फ्रान्स और ब्रिटेन की तो ये तीनो राष्ट्र एक साथ आकर ऑस्ट्रेलियन ग्रुप, वसेनार एग्रीमेन्ट के साथ ही MTCR (मिसाइल टेक्नॉलजी कंट्रोल रेजीम) में भी भारत को सदस्य बनाने के लिए सहमति का निर्माण करते है. इतना ही नहीं ये राष्ट्र न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में भारत की सदस्यता के लिए लगातार कई कई मीटिंग्स करते हैं. यूएई भारत के एक बार कहने पर ही भारत के खतरनाक आतंकियों और भागे हुए अपराधियों को बांध कर भारत के हवाले कर देता है. वही नहीं अब तो दुनिया भर के देश भारत की अपेक्षा को पूरा करते हुए अपने अपने यहां भारतीय अपराधियों की सम्पत्तियां कुर्क कर लेते हैं. ऐसा होते हुए भी पहले सुना नहीं गया.
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