प्राइवेट होते ही एक साल में बदल गया एयर इंडिया, चौंका देंगे कामयाबी के ये आंकड़े

एयर इंडिया एक साल पहले कर्ज से लदी थी. तब इस पर केंद्र सरकार का नियंत्रण था. साल 2022 में आज ही टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया की कमान अपने हाथों में लीं. जब टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था तब कई कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया में कई बदलाव किए.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 27, 2023, 01:29 PM IST
  • बहुत कुछ किया जाना बाकी हैः एयर इंडिया सीईओ
  • एयर इंडिया का औसत दैनिक राजस्व हुआ दोगुना
प्राइवेट होते ही एक साल में बदल गया एयर इंडिया, चौंका देंगे कामयाबी के ये आंकड़े

नई दिल्ली: एयर इंडिया एक साल पहले कर्ज से लदी थी. तब इस पर केंद्र सरकार का नियंत्रण था. साल 2022 में आज ही टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया की कमान अपने हाथों में लीं. जब टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था तब कई कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया में कई बदलाव किए.

बहुत कुछ किया जाना बाकी हैः एयर इंडिया सीईओ
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने शुक्रवार को बताया कि पिछले 12 महीनों में इसकी प्रगति में शानदार सुधार हुआ है और निश्चित रूप से बहुत कुछ किया जाना बाकी है. सीईओ ने कहा, 'कुल मिलाकर पिछले 12 महीनों में हुई प्रगति शानदार रही. हम पर्दे के पीछे से काम कर रहे हैं, मंचों और क्षमताओं का निर्माण कर रहे हैं, ताकि हमारी भविष्य की महत्वाकांक्षाएं उड़ान भर सकें. निश्चित रूप से और भी बहुत कुछ है, जिसे करने की आवश्यकता है और हर कोई (आंतरिक और बाहरी रूप से) हमारे द्वारा ऐसा करने के लिए भूखा है.'

पिछले एक वर्ष के दौरान कुल परिचालन विमान 27 प्रतिशत बढ़कर 100 हो गए, जबकि औसत दैनिक उड़ानों की संख्या में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई और साप्ताहिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 63 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

एयर इंडिया का औसत दैनिक राजस्व हुआ दोगुना
इसके अलावा 16 नए अंतरराष्ट्रीय मार्ग शुरू किए गए या घोषित किए गए और नौ अन्य पर फ्रीक्वेंसी में वृद्धि हुई. औसत दैनिक यात्री में 72 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि औसत दैनिक राजस्व दोगुना हो गया और प्रति घरेलू मार्ग की औसत दैनिक फ्रीक्वेंसी में 81 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
एयर इंडिया के सीईओ ने एयर एशिया या विस्तारा के एयर इंडिया के साथ विलय और कुछ अन्य पहलों के बारे में भी बात की.

चुनौतियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'जैसा कि हम एयर इंडिया 2.0 के दूसरे वर्ष में कदम रख रहे हैं, हम स्वीकार करते हैं कि रास्ते में चुनौतियां आएंगी. हमारी सफलताओं से अधिक यह है कि हम अपनी चूकों के प्रति कैसी प्रतिक्रिया देते हैं जो हमें परिभाषित करेगी.'

'सहयोग-विश्वास बढ़ाना सफलता की कुंजी'
कैंपबेल ने कहा कि किसी भी संगठन को बदलने के लिए गहरे सांस्कृतिक बदलाव की आवश्यकता होती है, यही कारण है कि हमने आपके साथ संवाद करने और नीतियों, प्रथाओं और समर्थन प्रणालियों में सुधार करने पर इतनी उच्च प्राथमिकता दी है. सत्यनिष्ठा, उत्तरदायित्व, सहयोग और विश्वास को बढ़ावा देना भविष्य की सफलता की कुंजी है.

'नई ऊंचाइयों की यात्रा पर है एयर इंडिया'
उन्होंने कहा, 'हम नई चीजों के बारे में संवाद करना और रोल आउट करना जारी रखेंगे, बढ़ती उम्मीदों के बारे में स्पष्ट होने के नाते हम सभी को पूरा करना होगा, ये आपसे कैसे संबंधित हैं और हम कैसे समर्थन करेंगे. एयर इंडिया नई ऊंचाइयों की यात्रा पर है और हम चाहते हैं कि आप सभी इसके साथ आगे बढ़ें.'

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