Jammu Kashmir Chunav: जम्मू-कश्मीर में 114 विधानसभा सीटें, फिर 90 पर ही क्यों हो रहा चुनाव?

Jammu Kashmir Vidhan Sabha Chunav 2024: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. राज्य में धारा-370 को निरस्त कर दिया गया था, इसके बाद परिसीमन हुआ. इसमें 114 विधानसभा सीटें बनीं, लेकिन चुनाव 90 सीटों पर ही होंगे.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 16, 2024, 04:44 PM IST
  • परिसीमन में 114 सीटें बनीं
  • लेकिन 24 सीटों पर चुनाव नहीं
Jammu Kashmir Chunav: जम्मू-कश्मीर में 114 विधानसभा सीटें, फिर 90 पर ही क्यों हो रहा चुनाव?

नई दिल्ली: Jammu Kashmir Vidhan Sabha Chunav 2024: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. यहां पर तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं. पहले चरण की वोटिंग 18 सितंबर को होनी है. दूसरा चरण 25 सितंबर को और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को होना है. नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर की सभी सीटों पर चुनाव नहीं हो रहा है. परिसीमन में जितनी सीटें तय हुई थीं, उतने पर चुनाव नहीं हो रहा है.

24 सीटों पर क्यों नहीं हो रहा चुनाव
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में टोटल 114 विधानसभा सीटें हैं. लेकिन चुनाव 90 सीटों पर ही होंगे. इसका कारण ये है कि 24 सीटें PoK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) की हैं. जिन सीटों पर चुनाव होना है, उनमें से 47 सीटें कश्मीर संभाग की हैं. जबकि 43 सीटें जम्मू संभाग की हैं. 

370 के हटने के बाद परिसीमन हुआ
साल 2019 में धारा-370 को निरस्त कर दिया था. इसके बाद राज्य में फिर से परिसीमन प्रक्रिया शुरू की. मार्च 2020 में एक परिसीमन आयोग का गठन किया गया था. इसकी अंतिम रिपोर्ट मई, 2022 में रिलीज हुई थी. तब विधानसभा सीटों की संख्या 107 से 114 की गई थी. 6 सीटें जम्मू की और 1 सीट कश्मीर की बढ़ाई गई थी.

PoK में ये 10 जिले
PoK का क्षेत्रफल 13,297 वर्ग मील के करीब है. यहां पर 10 जिले हैं. ये रावलकोट, पूंछ, हवेली, बाग, कोटली, मीरपुर, मुजफ्फराबाद, नीलम, भुमर और झेलम घाटी हैं. वहीं, गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र का अलग प्रशासनिक स्ट्रक्चर है.

2014 में हुआ था आखिरी विधानसभा चुनाव
बता दें जम्मू-कश्मीर में पिछले विधानसभा चुनाव 2014 के नवंबर और दिसंबर महीने में हुए थे. फिर यहां पर जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (PDP और BJP) के गठबंधन वाली सरकार बनी. मुफ्ती मोहम्मद सईद CM बने थे. लेकिन 7 जनवरी, 2016 को उनका निधन हो गया था. फिर कुछ समय के लिए गवर्नर शासन लागू हुआ. इसके बाद मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी महबूबा मुफ्ती राज्य की मुख्यमंत्री बनीं. 

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