नई दिल्लीः बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने धर्म, पंडितों आदि को लेकर विवादित बयान दिया है. अपने बिगड़े बोल को लेकर चर्चा में रहने वाले मांझी की पिछले दिनों शराबबंदी को लेकर भी जबान फिसली थी. जानिए मांझी के विवादित बयान की पांच आपत्तिजनक बातें-
पटना में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे मांझी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जीतन राम मांझी ने शनिवार को भुइयां मुसहर सम्मेलन में यह गलत बयानी की. वह इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. उन्होंने यहां अपने संबोधन में अपशब्दों का इस्तेमाल किया.
साथ ही धर्म के नाम पर हो रही राजनीति के बारे में बोलते हुए पंडितों के लिए विवादास्पद बयानबाजी की.
1. भगवान राम को नहीं मानते
मांझी ने कहा कि हम राम को नहीं मानते हैं, वो आदमी नहीं था, काल्पनिक है वो. मूर्ति पूजते हैं, देवता पूजते हैं इसलिए आस्था वो है. रामायण लिखी गई है, लेकिन उसमें बहुत सी पंक्तियां हैं जो पढ़ने योग्य हैं, समझने योग्य हैं. उसकी भी कहीं-कहीं हमलोग चर्चा करते हैं, लेकिन राम भगवान थे ये हम मानने को तैयार नहीं हैं.
2. धर्म को लेकर ये बोले मांझी
जीतन राम मांझी ने कहा, 'आजकल गरीब तबके के लोगों में धर्म के प्रति ज्यादा लगाव हो रहा है.'
3. सत्यनारायण पूजा को लेकर भी फिसली जुबान
मांझी ने कहा, 'सत्यनारायण भगवान की पूजा का नाम हम लोग नहीं जानते थे. ... अब हर टोला में हम लोगों के यहां सत्यनारायण भगवान की पूजा होती है.'
4. पंडितों को कहे अपशब्द
उन्होंने कहा, 'इतना भी शर्म लाज नहीं लगता कि पंडित ... आते हैं और कहते हैं कि कुछ नहीं खाएंगे आपके यहां ... बस कुछ नकद दे दीजिए'
5. नालायक बच्चे भी कहा
मांझी ने कहा, 'हमारे भाई लोग जय भीम बोलते हैं, लेकिन माफ कीजिएगा, जय भीम जो बोलते हैं तो हम अंदर-अंदर गुस्सा करते हैं. हमलोग हैं लायक, लेकिन बाबा आंबेडकर के नालायक बच्चे हैं.'
हालांकि, विवाद बढ़ने पर मांझी ने कहा, 'मैंने अपने समाज के लिए विवादित शब्द का इस्तेमाल किया न कि पंडितों के लिए. अगर इसमें किसी को भी गलतफहमी हो गई हो तो माफी चाहते हैं.'
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