नई दिल्ली: कानपुर हिंसा पर योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. योगी सरकार कानपुर हिंसा के आरोपियों की संपत्ति जब्त करेगी. साथ ही उनके घर पर बुलडोजर भी चलाया जाएगा.
आरोपियों की हो चुकी है पहचान
यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है. साथ ही अब तक 18 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
सीएम योगी ने कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. दरसअल, कानपुर में आज दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई है. जिसमें 7 लोग घायल हो गए हैं.
पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि बाजार बंद कराने को लेकर दो गुट भिड़े थे.
क्या है पूरा माजरा? समझिए यहां
दरअसल, पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ 'अपमानजनक' टिप्पणियों के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दुकानें बंद कराने के प्रयास के दौरान दो समुदायों के लोगों के द्वारा एक-दूसरे पर पथराव और बम फेंके जाने के बाद यहां के कुछ हिस्से में हिंसा भड़क गई.
पुलिस ने बताया कि कानपुर के परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाके में हिंसा हुई है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा हाल ही में टीवी पर चर्चा के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में जब एक समूह के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो दोनों पक्षों ने ना सिर्फ एक-दूसरे पर बम फेंके, बल्कि गोलियां भी चलायीं.
जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास कर रहे लोगों की पुलिस के साथ भी झड़प हुई. पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा.
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