दिल्ली: दिल्ली के चुनावी रण में आम आदमी पार्टी एक बार फिर विजेता बनकर उभरी है. अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में AAP ने लगातार दूसरी बार इतिहास रचते हुए 62 सीटों पर जीत दर्ज की. ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के आवास पर नये विधायकों की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. आपको बता दें कि केजरीवाल 16 फरवरी को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
आप को मिली प्रचंड जीत
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने साल 2015 की तरह ही जबरदस्त जीत हासिल की है. आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में 62 सीटें अपने नाम की हैं. हालंकि पिछली बार से 6 सीटें कम है. वहीं बीजेपी को इस चुनाव में 8 सीटें मिली हैं. कांग्रेस का पिछली बार की तरह ही इस बार भी खाता नहीं खुला और उसके करीब 63 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई.
तीन लोकसभा क्षेत्र में AAP का क्लीन स्वीप
इस चुनाव में आप ने सात लोकसभा क्षेत्र में से तीन पश्चिमी दिल्ली, नई दिल्ली, चांदनी चौक की सभी 30 विधानसभा सीटें जीत ली हैं. पार्टी के सभी दिग्गज जीतने में सफल रहे हैं. भाजपा सांसद गौतम गंभीर के लोकसभा क्षेत्र पूर्वी दिल्ली व मनोज तिवारी के लोकसभा क्षेत्र उत्तर-पूर्व दिल्ली से पार्टी को तीन-तीन विधायक मिले. वहीं दक्षिण दिल्ली, उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से एक-एक विधायक जीते हैं.
हार के बाद कांग्रेस नेताओं के बीच तकरार
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेताओं के बीच सिर फुटौव्वल शुरू हो गया है. कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदबंरम ने आम आदमी पार्टी (आप) की जीत खुशी जाहिर की थी. चिदंबरम के इस ट्वीट पर दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सवाल उठाया है. उन्होंने पूछा कि क्या बीजेपी को हराने का काम कांग्रेस ने आउटसोर्स किया है क्या?
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